Chhattisgarh Assembly Elections-2023: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) के नेतृत्व वाली पहली ऐसी कांग्रेस सरकार (Congress Government) है जिसने 5 साल का कार्यकाल पूरा किया है. इस सरकार का कार्यकाल भले पूरा हो गया हो, मगर चुनौतियां मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सामने अब भी कम नहीं हुई हैं. एक तरफ जहां उनके सामने विरोधी दल बीजेपी (BJP) चुनौती बनकर खड़ा है तो दूसरी ओर कांग्रेस के भीतर से भी उन्हें चुनौतियां मिल रही हैं.
समाचार एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक, राज्य के विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) के लिए कांग्रेस के उम्मीदवारों की अभी पहली सूची आई है, जिसमें 30 उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं. बाकी सीटों पर अभी प्रत्याशियों के नामों का ऐलान होना बाकी है.
टिकट कटने के डर से उठा रहे बघेल के खिलाफ आवाज!
कांग्रेस के भीतर दावेदारों में बैचेनी है, तो वहीं बीजेपी लगातार बघेल पर हमलावर है. मतांतर (दूसरे धर्म से जुड़े मामले) से लेकर हिंदुत्व ऐसे मुद्दे हैं जिनके जरिए बीजेपी भूपेश बघेल को घेरने की कोशिश में जुटी है. वहीं कांग्रेस के अंदर भी बघेल के खिलाफ आवाज उठ रही है. ये वो लोग हैं जिनको अपना टिकट कटने का डर सता रहा है.
बीजेपी बघेल सरकार पर घोटालों को लेकर हमलावर
राज्य में बीजेपी ने भूपेश बघेल पर कई आरोप लगाए है, शराब घोटाला, रेत घोटाला, कोयला घोटाला, गोबर खरीदी और गोठान योजना में बड़े पैमाने पर घोटाले होने के आरोप लगाए हैं. साथ ही आदिवासी इलाकों में बीजेपी हिंदुत्व और मतांतर को बड़ा मुद्दा बनाकर चल रही है.
भूपेश सरकार की हिंदू विरोधी छवि बनाने में जुटी बीजेपी
बीजेपी ने हिंदुत्व, मतांतरण और लव जिहाद जैसे मुद्दों पर भूपेश बघेल सरकार पर हमले बोले हैं और उनकी हिंदू विरोधी छवि बनाने की कोशिश की है. वहीं, छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में घोटाले किए जाने के आरोप लगाए जा रहे हैंं. ये ऐसे मामले हैं जो कांग्रेस और भूपेश बघेल के लिए चुनौती बने हुए हैं.
जांच एजेंसियां भी लगातार कर रहीं कार्रवाई
इतना ही नहीं, केंद्रीय जांच एजेंसियों की ओर से की गई कार्रवाई भी सरकार को कटघरे में खड़ा करने वाली है. कई नेताओं और अधिकारियों के यहां दबिश भी दी गई थी जिसमें करोड़ों रुपये बरामद हुए थे. इसके अलावा एजेंसियों ने कई लोगों को गिरफ्तार भी किया था. इन सब मामलों को लेकर बीजेपी कांग्रेस सरकार पर भ्रष्ट होने के आरोप लगाते हुए घेरने में लगी है.
कई दावेदार बना रहे मोर्चा खोलने का मन
एक तरफ जहां बीजेपी पूरी तरह भूपेश बघेल पर हमलावर है, वहीं कांग्रेस के अंदर भी कई ऐसे नेता हैं जो भूपेश बघेल के लिए चुनौती बने हुए हैं. पिछले दिनों कैबिनेट में हुए बदलाव के बाद भी उनके खिलाफ विरोधी स्वर उठे थे, लेकिन इन सबको शांत कर दिया गया. आगामी विधानसभा चुनावों में कई मौजूदा विधायकों के टिकट कटने के संभावना जताई जा रही है, जिसको लेकर कई दावेदार मोर्चा खोलने का मन बना रहे हैं.
भेंट मुलाकात के जरिए राज्य की सभी सीटों का किया दौरा
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि भूपेश बघेल ने जमीनी स्तर पर अपने को मजबूत बनाया हुआ है. विधायकों के साथ उनकी नजदीकियां भी हैं. साथ ही राज्य के हर हिस्से से वो अच्छी तरह से वाकिफ हैं. उन्होंने राज्य की सभी विधानसभा सीटों में भेंट मुलाकात के जरिए दौरा किया है.
केंद्रीय जांच एजेंसी की सक्रियता से बढ़ सकती हैं मुसीबतें
बीजेपी भले ही बघेल पर हमले कर रही हो, लेकिन इसका कोई ज्यादा असर उन पर पड़ता नजर नहीं आ रहा है. माना यह जा रहा है कि आने वाले दिनों में तय होगा कि बघेल के सामने आखिर बड़ी चुनौतियां क्या सामने आती हैं. चर्चा इसको लेकर भी है कि अगर केंद्रीय जांच एजेंसी की सक्रियता बढ़ती है तो उनके लिए भी बड़ी चुनौती के साथ मुसीबत भी खड़ी हो सकती है.