(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
बेमेतरा बारूद फैक्ट्री ब्लास्ट: एक किलोमीटर दूर तक गिरा मलबा, जगह-जगह मिले शरीर के टुकड़े
Bemetara Factory Blast: जिस बारूद फैक्ट्री में ब्लास्ट हुआ वहां 8 से 10 मजदूर काम कर रहे थे. ब्लास्ट के कारण बारूद फैक्ट्री की पूरी बिल्डिंग और आसपास की पूरी बिल्डिंग क्षतिग्रस्त हो गई.
Bemetara Gunpowder Factory Blast: छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले के बारूद फैक्ट्री में हुए ब्लास्ट में 10 से ज्यादा लोग घायल हो गए. साथ ही कई लोगों के मौत की खबर भी सामने आ रही है. सूत्रों के अनुसार मलबे के अंदर दबने से 8 मजदूरों की मौत हो गई. पुलिस प्रशासन, एसडीआरएफ की टीम फिलहाल मौके पर पहुंच गई है और मलबे को हटाने का काम शुरू कर रही है. इस ब्लास्ट में घायल लोगों को रायपुर के मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजा गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है.
ब्लास्ट के वक्त करीब 10 मजदूर कर रहे थे काम
बताया जा रहा है कि बारूद फैक्ट्री में सुबह 8 बजे के उस वक्त ब्लास्ट हुआ, जब वहां 8 से 10 मजदूर काम कर रहे थे और बगल के एक और बारूद यूनिट में 25 मजदूर काम कर रहे थे. ब्लास्ट इतना तगड़ा था कि पूरी फैक्ट्री ही खंडहर में तब्दील हो गई. इस ब्लास्ट के कारण आसपास के गांव के मकान भी क्षतिग्रस्त हो गए है. बेमेतरा जिले के पिरदा बोरसी में स्थित स्पेशल ब्लास्ट लिमिटेड फैक्ट्री है. उस फैक्ट्री में 800 से ज्यादा लोग काम करते हैं. बताया जा रहा है सुबह 8 बजे के आसपास यह हादसा हुआ.
आसपास की बिल्डिंग हुई क्षतिग्रस्त
लोगों ने बारूद फैक्ट्री में ब्लास्ट की सूचना पुलिस को दी, जिसके बाद आनन फानन में पुलिस प्रशासन घटना के दो घंटे बाद वहां पहुंची, जिसके बाद रेस्क्यू का काम शुरू हुआ. घायलों को रायपुर के कहार अस्पताल में भेजा गया तो वहीं बारूद फैक्ट्री में ब्लास्ट के कारण खंडहर हुए मलवे को हटाने का काम जारी. सूत्रों की मानें तो ब्लास्ट के कारण बारूद फैक्ट्री की पूरी बिल्डिंग और आसपास की पूरी बिल्डिंग क्षतिग्रस्त हो गई है.
नियम कानून को ताक पर रखकर चल रही थी फैक्ट्री
इस हादसे में कितने लोगों की मौत हुई यह मलबा हटने के बाद ही पता चल पाएगा. कुछ लोगों का यह भी कहना है कि इस फैक्ट्री में सुरक्षा मानकों का प्रयोग भी नहीं किया जा रहा था. एक साल पहले इस फैक्ट्री को सील भी किया गया था. इसके बावजूद 7 दिनों के अंदर ही यह फैक्ट्री फिर से चालू हो गई. 200 एकड़ में फैली यह फैक्ट्री नियम कानून को ताक पर रखकर चलाई जा रही थी. इस ब्लास्ट का मलबा एक किलोमीटर दूर तक जाकर गिरा.
उस इलाके में अभी तक बारूद और केमिकल की बदबू आ रही है. जहां ब्लास्ट हुआ वहां 10 फीट का गड्ढा हो चुका था. पूरी की पूरी फैक्ट्री मलबे में तब्दील हो गई और जगह-जगह लोगों के शरीर के टुकड़े पड़े हुए थे. एसडीआरएफ की टीम मलबे को हटाने के काम में जुटी हुई है तो वहीं फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियां आग को बुझाने में लगी हुई है.
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