छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण को लेकर बीजेपी ने छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. आज पूरे प्रदेश में बीजेपी ने छत्तीसगढ़ सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. हज़ारों की संख्या में बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने रैली निकाली और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ नारे लगाए. इसी तरह की रैली बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने प्रदेश के सभी जिलों में निकालकर छत्तीसगढ़ सरकार को चेताया कि अगर आगे इसी तरह से धर्मांतरण जारी रहा तो बीजेपी सरकार के खिलाफ उग्र प्रदर्शन करेगी जबकि छत्तीसगढ़ सरकार बीजेपी के इन आरोपों को नकार रही है.
छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण मुद्दा कैसे बना?
छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के एसपी सुनील शर्मा ने जुलाई 2021 को अपने अधीनस्थ पुलिस अधिकारियों और थाना प्रभारियों को एक पत्र लिखा था. इस पत्र में एसपी ने लिखा था कि ईसाई मिशनरियों के लोग लगातार सुकमा जिले के अंदरूनी इलाकों में घूम घूम कर स्थानीय आदिवासियों को बहला फुसला रहे हैं. इसके साथ ही ईसाई समुदाय में होने वाले लाभ का लालच देकर आदिवासियों को धर्मांतरण के लिए प्रेरित किया जा रहा है. ज़िले के एसपी ने अपने पत्र में स्थानीय आदिवासियों और धर्म परिवर्तित आदिवासी समाज के बीच विवाद होने की संभावना भी जताई थी. इसके साथ ही जिले में इस तरह की कोई घटना न हो इसके लिए सख्त नज़र रखने के निर्देश दिए गए थे. एसपी के इसी पत्र को आधार बनाकर बीजेपी ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है जबकि सरकार का कहना है कि पुलिस कानून व्यवस्था के मद्देनजर ऐसे पत्र जारी करते रहती है.
बीजेपी ने गृहमंत्री अमित शाह से लेकर सदन और सड़क तक उठाया मुद्दा
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बने हुए लगभग 3 साल होने जा रहा है. बीजेपी अब तक छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार के खिलाफ कोई बड़ा आंदोलन नहीं कर पाई है और न ही कोई बड़ा मुद्दा सरकार के खिलाफ उठाया है. जब से धर्मांतरण का मुद्दा बीजेपी के सामने आया है, बीजेपी विधानसभा से लेकर सड़क तक और सड़क से हर मंच तक इस मुद्दे को पहुंचाने में लगी है. छत्तीसगढ़ के बीजेपी के राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम ने तो केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से इस मामले में पत्र लिखकर हस्तक्षेप करने की मांग की है. आज बीजेपी ने पूरे प्रदेश में धर्मांतरण को लेकर प्रदर्शन किया. हर जिले में बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने 5 किलोमीटर की रैली निकालकर सरकार के ख़िलाफ़ प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ नारे लगाए.
बीजेपी ने छत्तीसगढ़ सरकार और धर्मांतरण करने वालों को दी चेतावनी
बीजेपी ने आज धर्मांतरण के विरोध में प्रदर्शन किया. इसके साथ ही बीजेपी के विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने छत्तीसगढ़ सरकार और धर्मांतरण करने वालों को चेतावनी दी. ब्रजमोहन अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ की वनवासी और आदिवासी संस्कृति की हत्या की जा रही है. ब्रजमोहन ने कहा कि ये सब सरकार के संरक्षण में किया जा रहा है. बीजेपी ने यहां तक कहा कि लालच देकर जो धर्मांतरण करवाया जा रहा है वो धर्मांतरण नहीं बल्कि राष्ट्र विरोधियों को तैयार करने का काम किया जा रहा है. छत्तीसगढ़ सरकार ऐसे लोगों को बढ़ावा दे रही है. वहीं भारतीय जनता युवा मोर्चा के अध्यक्ष अमित साहू ने कहा कि अभी तो हमने धर्मांतरण करने वालों को रोका है. इसके बाद भी ये जारी रहा है तो एक बार टोकेंगे और उसके बाद ठोकेंगे.
सरकार बोली बीजेपी के पास मुद्दा नहीं इसलिए धर्मांतरण की बात कर रहे
छत्तीसगढ़ सरकार ने बीजेपी के आरोपों पर पलटवार किया है. छत्तीसगढ़ सरकार में मंत्री और सरकार के प्रवक्ता रविंद्र चौबे ने कहा है की 15 साल बीजेपी के शासन के दौरान का आंकड़ा और कांग्रेस सरकार के समय का आंकड़ा देख लें. हमारी सरकार से ज़्यादा धर्मांतरण बीजेपी के कार्यकाल में हुआ है. पेट्रोल डीजल और महंगाई आसमान छू रही है. बीजेपी इन मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए धर्मांतरण का मुद्दा उठा रही है. वहीं सुकमा एसपी द्वारा धर्मांतरण को लेकर लिखे गए पत्र के मामले में चौबे ने कहा की कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए इस तरह के दिशा निर्देश दिए जाते हैं.