Chhattisgarh Coal Levy Scam: ईडी ने छत्तीसगढ़ कोयला लेवी घोटाले के संबंध में अपनी कार्रवाई तेज करते हुए सूर्यकांत तिवारी से 65 संपत्ति, सौम्या चौरसिया से 21 संपत्ति कुर्क की है. सौम्या चौरसिया छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री की उप सचिव हैं. समीर विश्नोई आईएएस (5 संपत्ति), सुनील अग्रवाल और अन्य की 152.31 करोड़ रुपये की चल और 91 अचल संपत्तियों को अस्थायी रूप से कुर्क किया है. प्रवर्तन निदेशालय ने कोरबा और रायगढ़ के डीसी कार्यालयों में खनन विभागों सहित 75 से अधिक स्थानों पर तलाशी ली और आपत्तिजनक साक्ष्य एकत्र किए. इसके अलावा ईडी ने करीब 100 लोगों के बयान दर्ज किए हैं.
ईडी ने कुल 152.31 करोड़ की संपत्ति की कुर्क
ईडी ने शनिवार को इन सभी आरोपियों से फ्लैट, आभूषण, नकदी, कोयला वाशरी और प्लॉट को कथित कोयला लेवी घोटाला मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कुर्क किया गया है. बता दें कि इडी ने धन शोधन निवारण अधिनियम की अपराधिक धाराओं के तहत सूर्यकांत तिवारी , सौम्या चौरसिया , सुनील अग्रवाल , समीर विश्नोई आईएएस की कुछ चल और अचल संपत्ति को कुर्क किया है. ईडी ने बताया कि कुल 152.31 करोड़ की कुल संपत्ति को कुर्क किया गया है. बता दें कि मनी लॉन्ड्रिंग के मामलें मे ईडी ने एक अन्य कारोबारी लक्ष्मीकांत तिवारी ( सूर्यकांत तिवारी के चाचा) के अलावा चारों आरोपियों को हिरासत में ले लिया है.
क्या है छत्तीसगढ़ कोयला लेवी घोटाला
छत्तीसगढ़ कोयला लेवी घोटाले में कोयला ढुलाई में बड़े पैमाने पर घोटाला हो रहा था जिसमें सरकारी अधिकारी भी शामिल थे. इस घोटाले में नेताओं, अधिकारियों और अन्य लोगों का एक समूह कथित तौर पर अवैध कर वसूली की समानांतर प्रणाली चला कर रोजाना लगभग 2-3 करोड़ रुपये अवैध वसूली कर रहे थे. छत्तीसगढ़ कोयला लेवी घोटाले में वरिष्ठ नौकरशाहों, व्यापारियों, राजनेताओं और बिचौलियों से जुड़ा एक समूह ढुलाई किये जाने वाले प्रति टन कोयले पर अवैध रूप से 25 रुपये का कर वसूल रहा था.