रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा का आज पूरा दिन हंगामेदार रहा. विधानसभा में विपक्ष ने आज फिर कांग्रेस विधायक बृहस्पति सिंह द्वारा सरकार में स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव पर जान से मारने के आरोप मामले पर हंगामा किया. विपक्ष सरकार से और विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत से व्यवस्था की मांग कर रहा था. कुछ देर तक लगातार हंगामा जारी रहा. हंगामे के दौरान ही स्वास्थ्य मंत्री टी.एस सिंहदेव अपनी जगह पर खड़े हो गए. मंत्री ने कहा अब बहुत हो गया. मुझे और मेरे परिवार के बारे में प्रदेश की जनता जानती है. मेरे लिए अब ऐसी स्थिति नहीं बची है कि मैं इस पवित्र सदन में रहूं. मैं अब तब तक सदन के अंदर नहीं आऊंगा जबतक सरकार का मेरे संदर्भ में कोई बयान नहीं आता. उसके बाद स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव सदन से बाहर निकल गए. मंत्री सिंहदेव के बाहर जाते ही विपक्ष ने एक बार फिर हंगामा शुरू कर दिया. जिसके बाद विधानसभा की कार्यवाही स्थगित कर दी गई. 


विपक्ष ने कहा- मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जवाब दें 


विपक्ष के तमाम नेताओं ने सरकार पर सवाल खड़े करना शुरू कर दिया. पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने कहा कि संसदीय इतिहास में ऐसा नहीं हुआ जब सरकार का एक मंत्री सरकार से जवाब मांग रहा है और सरकार इस तरह से चुप है. वहीं बीजेपी प्रवक्ता अजय चंद्राकर ने कहा कि इस पूरे मामले में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को जवाब देना चाहिए.


स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव दोबारा क्यों लौटे विधानसभा 


कुछ देर बाद ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सभी मंत्रियों की विधानसभा में ही आपात बैठक बुलाई. बैठक के बाद ये निर्णय हुआ कि स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव को बुलाकर बात की जाएगी. कुछ ही देर बाद स्वास्थ्य मंत्री विधानसभा दोबारा पहुंचे. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और टी. एस. सिंहदेव के बीच बात हुई. कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी पी.एल.पुनिया से दोनों नेताओं की बात हुई. 


पी.एल.पुनिया और सीएम भूपेश बघेल से चर्चा के बाद भी नहीं बनी बात


छत्तीसगढ़ के नाराज स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव आज विधानसभा से बाहर निकल गए. उसके बाद सरकार के दो वरिष्ठ मंत्रियों ने उन्हें फोन कर वापस विधानसभा बुलाया. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टी. एस. सिंहदेव की बात हुई. प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया ने भी दोनों नेताओं से बात की. सिंहदेव बाहर निकले और बोले मैं अभी भी अपने बयान पर कायम हूं. जैसी परिस्थिति बनेगी आगे वैसा करूंगा. 


इसका मतलब साफ है कि स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव की नाराजगी अभी दूर नहीं हुई है. अब सभी की निगाहें कल विधानसभा की कार्यवाही पर टिकी हैं. क्योंकि अगर मामले को शांत नहीं किया गया तो कल सिंहदेव विधानसभा नहीं जाएंगे. फिलहाल विधायकों के साथ नेताओं का मेल-मिलाप जारी है और इस पूरे मामले में जान से मरवाने का आरोप लगाने वाले विधायक बृहस्पति सिंह के अगले कदम का भी लोग इंतजार कर रहे हैं. लोग ये भी कह रहे हैं कि विधायक स्वास्थ्य मंत्री से माफी मांग सकते हैं.



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