Chhattisgarh Congress Crisis: पंजाब में एक तरफ जहां कांग्रेस पार्टी सियासी संकट के दौर से गुजर रही है तो वहीं दूसरी तरफ छत्तीसगढ़ कांग्रेस में भी विवाद एक बार फिर से तूल पकड़ने लगा है. वहां पर ढाई-ढाई साल के मुख्यमंत्री का विवाद अभी खत्म नहीं हुआ है, क्योंकि एक बार फिर से छत्तीसगढ़ कांग्रेस के विधायक दिल्ली पहुंच रहे हैं.
कांग्रेस विधायक बृहस्पति सिंह ने 15 विधायकों के दिल्ली पहुंचने का दावा किया है. दिल्ली पहुंचने के पीछे विधायक जो तर्क दे रहे हैं वो किसी के गले नहीं उतर रहा है. abp news से बातचीत में कांग्रेस विधायाक बृहस्पति सिंह ने कहा की सभी विधायक प्रभारी पी. एल. पुनिया से मिलने आए हैं. उसके बाद राहुल गांधी से मिलने का समय मगेंगे. उन्होंने आगे कहा कि राहुल गांधी से कहेंगे कि आप छत्तीसगढ़ आ ही रहे हैं विकास देखने तो थोड़ा हमारे विधानसभा में भी आइयेगा. विकास देख लीजिएगा.
इधर, राज्य के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि प्रजातंत्र है. कांग्रेस एक खुला मंच है. उन्होंने आगे कहा कि लीडरशिप समय-समय पर लोगों को समय देती रहती है. यहां से कुछ लोग गए हैं और उनको समय मिलेगा तो वो लोग जरूर मुलाकात करेंगे.
क्या है पूरा विवाद
दरअसल, छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल बनाम टीएस सिंह देव के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर ढाई-ढाई साल पर रोटेशन का झगड़ा है. इसको लेकर छत्तीसगढ़ कांग्रेस के मज़बूत वरिष्ठ नेता टीएस सिंह देव वर्तमान सीएम भूपेश बघेल के खिलाफ बगावती तेवर अपनाते रहे हैं.
ढाई साल पहले छतीसगढ़ में भारी बहुमत से आई कांग्रेस सरकार में 17 दिसम्बर 2018 को भूपेश बघेल मुख्यमंत्री बनाए गए थे. माना जाता है कि तब कांग्रेस ने छतीसगढ़ के वर्तमान स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव को ये कह कर बघेल के नाम पर राज़ी किया था कि ढाई साल बाद मुख्यमंत्री का चेहरा बदल दिया जाएगा.
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