Chhattisgarh: महाराष्ट्र (Maharashtra) के बाद क्या अब छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में भी सरकार खतरे में है? क्या महाराष्ट्र की तर्ज़ पर छत्तीसगढ़ में भी किसी एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) की तलाश की जा रही है? और सबसे बड़ा सवाल ये कि क्या छत्तीसगढ़ में 90 में से 71 विधानसभा सीट के साथ सरकार चलाने वाली कांग्रेस की सरकार खतरे में है?


ये सभी सवाल छत्तीसगढ़ के कोयला व्यवसायी सूर्यकांत तिवारी (Suryakant Tiwari) के बयान के बाद खड़े होने लगे हैं. आयकर विभाग (Income Tax Department) के छापे को लेकर कोयला व्यवसायी सूर्यकांत तिवारी ने बड़ा खुलासा किया है. सूर्यकांत ने आयकर विभाग के अधिकारियों पर राज्य में सत्ता परिवर्तन के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाया है. झूठे बयान देकर मुख्यमंत्री कार्यलय की उप सचिव सौम्या चौरसिया को फंसाने का आरोप लगाया है. इसके अलावा पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह पर भी तिवारी ने गंभीर आरोप लगाए हैं.


तिवारी का आरोप सत्ता परिवर्तन लिए झूठे बयान का बनाया दबाव


छत्तीसगढ़ में 30 जून को आयकर विभाग ने कोयला कारोबारी सूर्यकांत तिवारी और मुख्यमंत्री सचिवालय में उप सचिव सौम्या चौरसिया के घर छापा मारा था. इसके अलावा सूर्यकांत से जुड़े कुछ लोगों के ठिकानों पर भी छापा पड़ा था. उसी छापे के बाद से छत्तीसगढ़ की राजनीति में हलचल तेज हो गई है. इस छापे को लेकर पहले बीजेपी और फिर बाद में कांग्रेस के बीच ज़ुबानी हमले चले लेकिन रविवार को सूर्यकांत तिवारी ने एक वीडियो संदेश के सहारे कई गम्भीर आरोप लगाए. जिससे प्रदेश की राजनीति में हड़कंप मच गया है. सूर्यकांत तिवारी ने इस छापे पर बड़ा खुलासा करते हुए कहा है कि आयकर विभाग के अधिकारी उस पर झूठे बयान के लिए दबाव बना रहे थे. सूर्यकांत ने यहां तक कहा कि प्रदेश में सत्ता परिवर्तन कर के मुझे मुख्यमंत्री बनने तक का प्रस्ताव दिया गया. सूर्यकांत ने कहा आयकर की टीम ने कहा की प्रदेश के 40 से 45 विधायकों से उसके बहुत अच्छे संबंध हैं. उनकी एक सूची बना लूं बाकी विपक्ष के विधायकों के सहयोग से सत्ता पलट हो जाएगी. अपको छत्तीसगढ़ का एकनाथ शिंदे बना देंगे.


मैं जेल जाऊंगा तो बगल वाले सेल में रमन सिंह को होना चाहिए- सूर्यकांत 


सूर्यकांत ने छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह पर भी जमकर हमला बोला है. सूर्यकांत ने कहा बीजेपी सरकार के दौरान मंत्रीमंडल के लोगों और बीजेपी के पदाधिकारियों से मेरे मधुर संबंध थे. मुझे इस बात का दुख है कि किसी सक्षम पदाधिकारी के द्वारा अपराधी घोषित किए जाने के पहले ही डॉ रमन सिंह स्वयं जज बनकर बिना किसी सुनवाई के अपना फैसला सुना दिया. मुझे गिरफ्तार किए जाने की मांग की. सूर्यकांत ने कहा कि अगर कोई गड़बड़ी निकलती है तो उसे वो चुका देगा. हम व्यापारी है कोई अपराधी नहीं. सूर्यकांत ने यह भी कहा कि मुझे स्वीकार है जेल जाना लेकिन मैं जिस जेल में रहूंगा उसके ठीक बाजू वाले सेल में रमन सिंह को भी रहना होगा.


मेरे साथ घटना की ज़िम्मेदारी केंद्रीय जांच एजेंसी और बीजेपी नेता की होगी- सूर्यकांत 


कारोबारी सूर्यकांत तिवारी ने कहा कि आयकर विभाग ने दबाव डालकर झूठे बयान दिलवाने की कोशिश की इसके खिलाफ मैं कोर्ट जाने वाला हूं. आगे उसने कहा कि अगर मेरे साथ मेरे परिवार के साथ कोई घटना होती है तो उसके लिए केंद्रीय जांच एजेंसी और छत्तीसगढ़ बीजेपी के वे नेता जिम्मेदार होंगे जो प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के लिए मुझे बली का बकरा बनाने की साजिश कर रहे है.


सौम्या चौरसिया से मेरे पारिवारिक संबंध, मेरे व्यवसाय से कोई रिश्ता नहीं- सूर्यकांत  


गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में आयकर विभाग ने 30 जून को कोयला परिवहन और इससे संबंधित व्यवसाय वाले समूह पर दबिश दी है. इसमें आयकर विभाग ने 9.5 करोड़ रुपये की नकदी और 4.5 करोड़ की मूल्य के आभूषण जब्त किया है. इसके अलावा करोड़ों के टैक्स की चोरी की पता लगाया गया है. इसमें मुख्यमंत्री सचिवालय में उप सचिव सौम्या चौरसिया और सूर्यकांत तिवारी का नाम सामने आया है. सूर्यकांत ने अपने बयान में ये भी कहा कि सौम्या चौरसिया से उसके पारिवारिक रिश्ते हैं. मेरे व्यवसाय से सौम्या चौरसिया के दूर-दूर तक कोई संबंध नहीं है. 


बीजेपी बोली सूर्यकांत कांग्रेस का तोता है


रविवार शाम राजनीतिक गलियारों में फिर सूर्यकांत तिवारी की चर्चा शुरू हो गई. सूर्यकांत के आरोपों ने केंद्रीय जांच एजेंसियों और बीजेपी को कटघरे में खड़ा कर दिया है. इस पर बीजेपी प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने सूर्यकांत तिवारी को कांग्रेस का तोता कहा है. तिवारी के आरोप का खंडन करते हुए संजय श्रीवास्तव ने कहा कि सूर्यकांत के दावों में दूर-दूर तक कोई सच्चाई नहीं है. बीजेपी बोली कांग्रेस का लिखा बयान पढ़ते हुए सूर्यकांत बहुत घबरा रहा है जो कैमरे में साफ़ दिखाई दे रहा है. आयकर विभाग अपना काम कर रहा है और उसकी जांच सही दिशा में आगे बढ़ रही है इसलिए भूपेश बघेल के हाथों के तोते उड़ गए हैं.