रायपुर: छत्तीसगढ़ के बीजापुर में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ के बाद से अभी भी 21 जवान लापता हैं. इस हमले में 5 जवान जवान शहीद हो गए हैं जबकि 32 जवान घायल हैं. 25 जवानों का इलाज बीजापुर अस्पताल में हो रहा है. छत्तीसगढ़ पुलिस ने 9 नक्सली के मारे जाने का भी दावा किया है. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक सुरक्षा बलों ने घटनास्थल से एक महिला नक्सली का शव बरामद किया है.


वहीं दूसरी ओर लापता जवानों की तलाश एक बार फिर से बीजापुर में तेज हो गई है. 600 जवानों की बटालियन नंबर एक इलाके में गयी है. ये इलाका खूंखार नक्सली हिडमा का गढ़ है. इसलिए फिर से एनकाउंटर की आशंका भी जताई जा रही है. केंद्र सरकार इस मामले पर नजर बनाए हुए है.


शुक्रवार की रात बीजापुर और सुकमा जिले से केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के कोबरा बटालियन, डीआरजी और एसटीएफ के संयुक्त दल को नक्सल विरोधी अभियान में रवाना किया गया था. नक्सल विरोधी अभियान में बीजापुर जिले के तर्रेम, उसूर, सुकमा जिले के मिनपा और नरसापुरम से लगभग दो हजार जवान शामिल थे.


गृह मंत्री ने भूपेश बघेल से की बात
मुठभेड़ को लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से बातचीत कर हालात की ताजा जानकारी ली और सीआरपीएफ महानिदेशक को निर्देश दिए कि वे तत्काल छत्तीसगढ़ जाएं. केंद्रीय गृह मंत्री ने इस मुठभेड़ में शहीद हुए जवानों के प्रति श्रद्धा श्रद्धांजलि व्यक्त करते हुए कहा कि देश उनके बलिदान को कभी भुला नहीं पाएगा. हम शांति और विकास के दुश्मनों से लगातार लड़ते रहेंगे.


तीन घंटे चली मुठभेड़
पुलिस अधिकारी ने बताया कि शनिवार को दोपहर लगभग 12 बजे बीजापुर-सुकमा जिले की सीमा पर सुकमा जिले के जगरगुंड़ा थाना क्षेत्र के अंतर्गत जोनागुड़ा गांव के करीब नक्सलियों की पीएलजीए बटालियन और तर्रेम के सुरक्षा बलों के मध्य मुठभेड़ हुई. मुठभेड़ तीन घंटे से अधिक समय तक चली. जानकारी के अनुसार मुठभेड़ में कोबरा बटालियन का एक जवान, बस्तरिया बटालियन के दो जवानों और डीआरजी के दो जवानों (कुल पांच जवानों) की मृत्यु हुई है.


पीएम नरेंद्र मोदी ने जताया शोक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में सुरक्षाकर्मियों के शहीद होने पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उनके बलिदान को कभी नहीं भुलाया जाएगा. उन्होंने ट्वीट में कहा, "मेरी संवेदनाएं छत्तीसगढ़ में माओवादियों से लड़ते हुए शहीद होने वाले जवानों के परिवारों के साथ हैं. वीर शहीदों के बलिदान को कभी नहीं भुलाया जा सकेगा. घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना है."


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