अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए इकट्ठे किए जा रहे चंदे पर छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव की तरफ से हिसाब की मांग के बाद सियासी तूफान खड़ा हो गया है. बीजेपी ने उनके इस बयान के बाद जहां कांग्रेस को नकली हिन्दू की पार्टी करार दिया तो वहीं टी. एस. सिंहदेव पर हमला बोलते हुए कहा कि वे पहले अयोध्या जाकर रामलला का दर्शन करें और उसके बाद उनसे ही चंदे का हिसाब मांग लें.
राम मंदिर के लिए चंदे पर छत्तीसगढ़ के मंत्री के बयान से बवाल
दरअसल, छत्तीसगढ़ को माता कौशल्या की नगरी कहा जाता है. रायपुर से करीब 30 किलोमीटर दूर चन्द्रखुरी गांव को माता कौशल्या का मायका माना जाता है. इस लिहाज से भगवान राम का नौनिहाल हुआ छत्तीसगढ़. विश्व हिंदू परिषद ने ये एलान किया है की छत्तीसगढ़ के हर गांव से राम मंदिर निर्माण के लिए पैसे इकट्ठे किए जाएंगे. इस बीच पत्रकारों ने स्वास्थ्य मंत्री टी. एस. सिंहदेव से चंदे के मामले पर सवाल कर लिया. इस पर मंत्री जी ने ये पूछ लिया कि अब तक जो राशि इकट्ठा हुए है उसका क्या हुआ? उन्होंने कहा कि पारदर्शी तरीके से इस तरह के काम करना चाहिए. मंत्री जी ने ये भी कहा कि जरूरी नहीं कि जो संघ करे वही कांग्रेस भी करे. कांग्रेस ने बहुत मंदिर बनवाये हैं.
चंदा पर हिसाब देने में क्या परेशानी
छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टी. एस. सिंहदेव ने कहा कि पहले जो 7 लाख गांवों से पैसे वसूले गए हैं उसका हिसाब दिया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि उनके बयान को लेकर जिस तरह बीजेपी औ आरएसएस की तरफ से उन्हें निशाना बनाया जा रहा है वह पूरी तरह से गलत है. उन्होंने कहा कि पहले भी राम मंदिर के लिए पैसे इकट्ठे हुए थे और कहा गया था कि पारदर्शी तरीके से सबकुछ होगा तो फिर हिसाब देने में किसी को क्या परेशानी है.
बीजेपी ने कहा- राममला से पूछे हिसाब
इधर, राम मंदिर के लिए चंदे का हिसाब मांगने पर बीजेपी ने छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री को आड़े हाथों लिया है. राज्य बीजेपी प्रवक्ता गौरीशंकर श्रीवास ने उन पर हमला बोलते हुए कहा कि टीएस सिंहदेव को अयोध्या जाकर रामलला से हिसाब पूछना चाहिए.
जाहिर है, छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव का राम मंदिर के चंदे पर हिसाब मांगने और पारदर्शिता वाले बयान के चलते बीजेपी को कांग्रेस पर हमला बोलने का एक और मौका मिला गया है. टीएस सिंहदेव भले ही ये सफाई दे रहे हों कि इसमें विवादों वाली की कोई बात नहीं लेकिन बीजेपी इसको लेकर कांग्रेस पर पूरी तरह से हमलावर है.