Four Maoists Surrendered in Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में शुक्रवार को सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी मिली. दरअसल, यहां तीन इनामी नक्सलियों समेत चार उग्रवादियों ने सुरक्षा बलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया. पुलिस अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.


पुलिस ने बताया कि “जिले में चार नक्सलियों- राकेश माड़वी उर्फ जोगा माड़वी (33), दुला पूनेम (34), सोमारू उर्फ किशोर कारम (26) और सुरेश माडवी उर्फ सुक्का (24) ने सुरक्षा बलों के सामने आत्मसमर्पण किया है.”


सभी पर था लाखों रुपये का इनाम


मीडिया से बातचीत में पुलिस ने बताया कि नक्सलियों ने माओवादियों की खोखली विचारधारा, भेदभाव पूर्ण व्यवहार और उपेक्षा से तंग आकर आत्मसमर्पण किया है. समर्पण करने वालों में नक्सली राकेश माड़वी 2005 में संगठन में बाल संघम के रूप में भर्ती हुआ था और उस पर पांच लाख रुपये का इनाम था. वहीं, दुला पूनेम 2003 में बाल संघम के रूप में भर्ती हुआ था और उस पर दो लाख रुपये का इनाम था. इसके अलावा सोमारू भी 2006 में बाल संघम के रूप में संगठन में भर्ती हुआ था और उस पर पांच लाख रुपये का इनाम था.


आत्मसमर्पण करने पर दी गई प्रोत्साहन राशि


पुलिस के अनुसार, आत्मसमर्पण करने वाले इन नक्सलियों के खिलाफ हत्या, पुलिस दल पर हमला करने और आगजनी समेत कई मामले दर्ज हैं. पुलिस अफसरों की मानें तो माओवादियों को आत्मसमर्पण करने पर उत्साहवर्धन के लिए छत्तीसगढ़ शासन की आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति के तहत 10-10 हजार रुपये दिए गए हैं.


काफी संवेदनशील है बीजापुर जिला


बता दें कि बीजापुर जिला नक्सली समस्या के लिहाज से काफी संवेदनशील है. यही वजह है कि यहां पर सरकार और पुलिस फोर्स का ज्यादा फोकस है. यहां समय-समय पर पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ होती रहती है. पिछले साल दिसंबर में जवानों और नक्‍सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी, जिसमें एक नक्सली मारा गया था. इसके अलावा नवंबर 2022 में भी पुलिस और नक्सलियों के बीच एनकाउंटर हुआ था, इसमें 4 नक्सलियों की मौत हुई थी.


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