खत्म हुआ हिडमा का आतंक, आजादी के 77 साल बाद नक्सलियों के गढ़ में लहराया तिरंगा
Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के पूर्वती गांव में पुलिस कैंप स्थापित किया गया है और यह नकस्ली कमांडर हिडमा का गढ़ माना जाता है.
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले को नक्सलियों का गढ़ माना जाता है. इस कारण यहां के लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इस बीच सुकमा के पूर्वती गांव में आजादी के बाद पहली बार तिरंगा फहराया गया है.
साथ ही पूर्वती गांव में नक्सलियों से मुकाबला करने के लिए पुलिस कैंप भी स्थापित किया गया है. सुरक्षाबल कैंप को टेक्निकल हेडक्वार्टर के रूप में इस्तेमाल करेंगे. ये गांव सुकमा और बिजापुर जिले के सीमा पर स्थित है. नकस्ली कमांडर हिडमा यहां का ही रहने वाला है.
गांव वालों से क्या अपील की?
एनडीटीवी के मुताबिक, हिडमा की मां से मिलकर सुरक्षाबलों ने हर संभव मदद का आश्वासन दिया है. इसके अलावा गांव वालों से अपील की गई है कि वो नक्सली गतिविधियों से दूर रहे. सभी सरकारी सुविधाओं का लाभ आम लोगों तक पहुंचेगा और बुनियादी सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा.
ये ऐसे समय में सामने आ रहा है जब हाल ही में छत्तीसगढ़ में बीजापुर जिले के एक ग्रामीण बाजार में नक्सलियों ने छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल (सीएएफ) के एक जवान की कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी थी. अधिकारी ने इसको लेकर बताया था, ''नक्सलियों के एक छोटे समूह ने सीएएफ टीम का नेतृत्व कर रहे कंपनी कमांडर तिजाऊ राम भुआर्य पर हमला किया.''
इनपुट भाषा से भी.
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