नई दिल्ली: छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र का आज खत्म हो गया, लेकिन विधायक अमित जोगी, आरके राय और सियाराम कौशिश विधानसभा से बाहर ही नहीं निकले. दरअसल यह सत्र 1 अगस्त से 11 अगस्त तक चलना था. इस वजह से इन नेताओं ने कहा कि 11 अगस्त तक विधानसभा में ही बैठेंगे, कहीं नही जाएंगे... चाहे ताला लगा दो... जेल में डाल दो.


इस सत्र में अमित जोगी पनामा पेपर्स में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह के परिवार का नाम होने का आरोप लगाकर सदन पर चर्चा चाह रहे थे. लेकिन सत्र ढाई दिन चलाकर आज खत्म कर दिया गया. इसके विरोध में अमित जोगी अपने समर्थक विधायक सियाराम कौशिक और आरके राय के साथ विधानसभा के गर्भगृह में धरने पर बैठ गए. करीब 8 घंटे से तीनों विधायक विधानसभा के अंदर धरने पर बैठे हैं.


ढाई दिन में मानसून सत्र खत्म होने पर इन विधायकों ने कहा कि यह 'लोकतंत्र की हत्या' है. जोगी का कहना है कि सीएम रमन सिंह और उनके बेटे की ओर से किए गए भ्रष्टाचार मामले पर चर्चा करना चाहते हैं...जब तक स्पीकर उनके इस मांग को स्वीकार नहीं कर लेते..वह नहीं हटेंगे.''