छत्तीसगढ़: मुठभेड़ में बीएसएफ अधिकारी समेत दो सुरक्षाकर्मी शहीद, घटना के बाद नक्सली फरार
छत्तीसगढ़ में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में सीमा सुरक्षा बल के अधिकारी समेत दो सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए.
रायपुर: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित कांकेर जिले में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई. इस मुठभेड़ में सीमा सुरक्षा बल के अधिकारी समेत दो सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए हैं. उत्तर बस्तर क्षेत्र के पुलिस उप महानिरीक्षक रतन लाल डांगी ने बुधवार को बताया कि जिले के रावघाट थाना क्षेत्र के अंतर्गत किलेनार गांव के जंगल में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में बीएसएफ के सहायक कमांडेंट गजेंद्र सिंह और आरक्षक अमरेश कुमार शहीद हो गए हैं. गजेंद्र सिंह हरियाणा और अमरेश बिहार के निवासी थे.
नक्सलियों ने बारूदी सुरंग में किया विस्फोट, दो सुरक्षाकर्मी हुए शहीद
डांगी ने बताया कि रावघाट क्षेत्र में सीमा सुरक्षा बल की 134वीं बटालियन और जिला बल के संयुक्त दल को मंगलवार को नक्सल विरोधी अभियान के लिए रवाना किया गया था. दल जब बुधवार को शिविर में लौट रहा था तब रावघाट से लगभग 10 किलोमीटर दूर किलेनार गांव के करीब नक्सलियों ने बारूदी सुरंग में विस्फोट किया और गोलीबारी शुरू कर दी. इस घटना में दो सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए.
#Chhattisgarh: Two security personnel who lost their lives in IED blast in Kanker were - Gajendra Singh, Assistant Commandant Officer of 134th batallion of BSF (left pic) and Constable Amresh Kumar (right pic). pic.twitter.com/MZThiGQnVx
— ANI (@ANI) March 7, 2018
दोनों तरफ से गोलीबारी के बाद नक्सली फरार
रतन लाल डांगी बताया कि नक्सलियों की गोलीबारी के बाद सुरक्षाबल के जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई शुरू की. कुछ देर तक दोनों ओर से गोलीबारी के बाद नक्सली वहां से फरार हो गए. पुलिस अधिकारी ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने के बाद क्षेत्र में अतिरिक्त पुलिस दल को रवाना किया गया था. शहीद सुरक्षाकर्मियों के पार्थिव शव को बाहर निकालने की कार्रवाई की जा रही है.
जून के महीने में गर्मी के दौरान नक्सली चलाते हैं टेक्टिकल काउंटर आफेंसिव कैंपेन
राज्य के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने बताया कि नक्सली हर साल मार्च से जून के महीने में गर्मी के दौरान टेक्टिकल काउंटर आफेंसिव कैंपेन (टीसीओसी) चलाते हैं और अपनी गतिविधियों को बढ़ा देते हैं. इसे देखते हुए सुरक्षा बलों को सर्तक रहने के लिए कहा गया है.