मुंबई: मुंबई में सात साल पुराने पत्रकार जेडे हत्याकांड में विशेश मकोका अदालत ने अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन समेत 9 दोषियों को उम्र कैद की सज़ा सुनाई है. बता दें कि अदालत इसी मामले में छोटा राजन को उकसाने के आरोपी पत्रकार जिग्ना वोरा को बरी कर दिया है. इसी मामले में साजिश रचने का एक तीसरा आरोपी पॉल्सन जोसेफ भी बरी हो गया है. जे डे हत्याकांड में कुल 13 आरोपी थे, जिनमें ये तीन बड़े नाम थे. छोटा राजन को भारत लाए जाने के बाद पहले मामले में दोषी ठहराया गया है.
बता दें कि सजा पर बहस के दौरान कोर्ट में सरकारी पक्ष ने छोटा राजन के लिए ज्यादा से ज्यादा सजा की मांग की. सरकारी पक्ष का कहना है कि ये किसी व्यक्ति पर नहीं बल्कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हमला है. सरकारी पक्ष के बाद बचाव पक्ष अपनी दलीलें रखा.
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई पेशी
छोटा राजन इस वक्त दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद है, उसे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में पेश किया गया. जज ने पहले इंग्लिश में अपना फैसला पढ़ा, बाद में हिंदी में छोटा राजन को फैसला बताया गया. छोटा राजन पर आरोप है कि उसने अपने खिलाफ लिखे गए लेख से गुस्साकर पत्रकार जेडे की हत्या करवाई थी.
जे डे हत्याकांड की पूरी कहानी
2011 में मुंबई के पवई इलाके में अंग्रेजी अखबार मिड डे के लिये काम करने वाले वरिष्ठ पत्रकार ज्योति डे की अंडरवर्ल्ड के शूटरों ने 5 गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी. हत्या के वक्त जेडे अपनी मोटरसाईकिल पर सवार थे. जेडे की हत्या का मुख्य आरोपी डॉन छोटा राजन है.
कौन है छोटा राजन?
छोटा राजन का वास्तविक नाम राजेन्द्र सदाशिव निखलजे है. मुंबई के उपनगर चेंबूर में उसका जन्म दलित परिवार में हुआ था. पढ़ने के बजाए अपराध ने उसे ज्यादा आकर्षित किया और फिर वह उसी रास्ते पर चलता गया. उसके पिता नगर निगम में चपरासी थे पर उसके सपनों की उड़ान काफी ऊंची थी. एक वक्त दाऊद का बेहद खास रहा छोटा राजन बाद में दाऊद के खून का प्यासा बन गया. छोटा राजन की दहशत भी डी-कंपनी से कम नहीं थी.