Pegasus Spyware Row: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधने के लिए उनकी इस टिप्पणी का उल्लेख किया कि भारत-इजराइल संबंधों में नए लक्ष्य निर्धारित करने के लिए इससे बेहतर समय नहीं हो सकता है. चिदंबरम ने कहा कि इजराइल से यह सवाल करने का सबसे अच्छा समय है कि क्या उनके पास पेगासस स्पाईवेयर का कोई उन्नत संस्करण (Updated Version) है.
सरकार पर चिदंबरम का यह हमला न्यूयॉर्क टाइम्स की उस खबर के एक दिन बाद आया है जिसमें दावा किया गया है कि इजराइली स्पाईवेयर पेगासस और एक मिसाइल प्रणाली भारत-इजराइल के बीच 2017 में हुए लगभग दो अरब अमेरिकी डॉलर के हथियार एवं खुफिया उपकरण सौदे के 'केंद्र बिंदु' थे. इसके बाद विपक्ष ने सरकार पर अवैध जासूसी करने में संलिप्त रहने का आरोप लगाया था और इसे देशद्रोह करार दिया था.
पेगासस स्पाईवेयर को लेकर चिदंबरम ने कसा तंज
चिदंबरम ने कहा, "प्रधानमंत्री ने कहा कि यह भारत-इजराइल संबंधों में नए लक्ष्य निर्धारित करने का सबसे अच्छा समय है. बेशक, यह इजराइल से पूछने का सबसे अच्छा समय है कि क्या उनके पास पेगासस स्पाईवेयर का कोई उन्नत संस्करण (Updated Version) है.’’ पूर्व गृह मंत्री चिदंबरम ने कहा कि पिछला सौदा 2 अरब अमेरिकी डॉलर का था. भारत इस बार बेहतर कर सकता है. अगर हमें 2024 के चुनावों से पहले और अधिक परिष्कृत स्पाईवेयर मिलता है, तो हम उन्हें 4 अरब डॉलर भी दे सकते हैं.
भारत और इजरायल के संबंध के 30 वर्ष
भारत और इज़राइल के बीच कूटनीतिक संबंधों के 30 साल पूरे होने पर शनिवार को एक विशेष वीडियो संदेश में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि भारत और इजराइल के आपसी संबंधों को और आगे ले जाने और नए लक्ष्य निर्धारित करने का इससे बेहतर समय कुछ नहीं हो सकता. साथ ही उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि दुनिया में हो रहे महत्वपूर्ण बदलावों के मद्देनजर दोनों देशों के आपसी संबंधों का महत्व और बढ़ गया है.
चिदंबरम ने न्यूयॉर्क टाइम्स को ‘सुपारी मीडिया’ कहने के लिए केंद्रीय मंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) वी के सिंह पर भी निशाना साधा. चिदंबरम ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि मंत्री वी के सिंह ने न्यूयॉर्क टाइम्स को 'सुपारी मीडिया' कहा है. क्या वह व्यक्ति नहीं हैं, जिसने भारतीय मीडिया को 'प्रेस्टीट्यूट कहा था?
सुप्रीम कोर्ट द्वारा की जा रही है पेगासस की जांच
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि मैं सोचता हूं कि क्या उन्होंने कभी न्यूयॉर्क टाइम्स या वाशिंगटन पोस्ट जैसे समाचार पत्र पढ़े हैं. मुझे संदेह है कि क्या वह वाटरगेट घोटाले और पेंटागन पेपर्स को उजागर करने में दोनों समाचार पत्रों द्वारा निभाई गई भूमिका को जानते हैं. यदि वह इतिहास पढ़ना नहीं चाहते हैं, तो वह कम से कम फिल्में तो देख सकते हैं.
सिंह ने जहां एक ओर ‘द न्यूयॉर्क टाइम्स’ को ‘‘सुपारी मीडिया’’ कहा था, वहीं एक सरकारी सूत्र ने कहा था कि पेगासस सॉफ्टवेयर से संबंधित मामले की निगरानी उच्चतम न्यायालय के तहत एक समिति द्वारा की जा रही है, जिसका नेतृत्व शीर्ष अदालत के सेवानिवृत्त न्यायाधीश आर वी रवींद्रन कर रहे हैं और इसकी रिपोर्ट प्रतीक्षित है.