नई दिल्ली: केंद्रिय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उनका आरोप है कि चिदंबरम ने अपने कार्यकाल के आखिरी दिनों में मेहुल चोकसी को फायदा पहुंचाया. कानून मंत्री प्रसाद ने पूर्व वित्त मंत्री पर हमला करते हुए कहा, "चिदंबरम ने मेहुल चोकसी की कंपनी गीतांजलि को फायदा पहुंचाने के लिए 2014 में सोने के आयात-निर्यात नीति में बदलाव किया."


मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में बेटे कार्ति चिदंबरम की गिरफ्तारी के बाद अब खुद पी चिदंबरम इस नए मामले में फंसते नजर आ रहे हैं. एक तरफ तो कांग्रेस नीरव मोदी और मेहुल चोकसी के बहाने पीएम नरेंद्र मोदी की सरकार को घेर रही है वहीं दूसरी तरफ उसी मेहुल चोकसी को लेकर बीजेपी ने पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम पर बड़ा आरोप लगाया है.


आरोप है कि चिदंबरम ने अपने कार्यकाल के आखिरी दिन चोकसी की कंपनियों को फायदा पहुंचाने वाला फैसला लिया. कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने उनपर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, "16 मई 2014 को नतीजों के दिन सात प्राइवेट कंपनियों को आशीर्वाद दिया गया. इनमें गीतांजलि नाम की कंपनी भी थी. चिदंबरम बताएं, राहुल बताएं कि ये आदेश प्राइवेट कंपनियों के बेनिफिट के लिए क्यों दिए गए. वो कौन लोग थे जो गीतांजलि कंपनी के लिए लॉबिंग कर रहे थे और लॉबिंग का कट क्या था."


2013 में यूपीए ने शुरू किया था गोल्ड स्कीम


ये मामला उस गोल्ड स्कीम से जुड़ा है जो 2013 में यूनाइटेड प्रोग्रेसिव अलायन्स (यूपीए) सरकार ने शुरू की थी. सोने के बढ़ते आयात को रोकने के लिए सरकार ने 80:20 गोल्ड स्कीम शुरू की. इसके तहत सोने का आयात करने वाले कारोबारी कुल आयात का सिर्फ 20 फीसदी आभूषण के तौर पर निर्यात कर सकते थे. जिससे बाकी का 80 फीसदी सोना घरेलू खपत के लिए इस्तेमाल हो सके.


ऐसा करने से सोने के आयात की जरूरत कम होती और उस पर खर्च होने वाली विदेशी मुद्रा बचती. 13 अगस्त 2013 को स्कीम शुरू होने के बाद जनवरी और मई 2014 में इसे बढ़ाया गया. बीजेपी का आरोप है कि 16 मई 2014 को चिदंबरम ने जिन सात निजी कंपनियों को आयात की इजाजत दी उनमें मेहुल चोकसी की गीतांजलि भी शामिल थी जबकि उसके पहले तक केवल दो सरकारी कंपनियों को सोने के आयात की इजाजत थी.


बीजेपी सवाल कर रही है कि चुनाव हारने के बाद चिदंबरम ने उस आदेश पर दस्तखत क्यों किए. लेकिन कांग्रेस इस पर कोई जवाब देने के बजाय उल्टा मोदी सरकार से सवाल पूछ रही है. संसद की कार्यवाही के पहले दिन कांग्रेस ने पीएनबी घोटाले को लेकर जमकर हंगामा किया लेकिन अब बीजेपी के इस नए आरोप के बाद कांग्रेस की मुश्किल बढ़ सकती है.