J&K Assembly Polls: मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी), राजीव कुमार ने शुक्रवार (09 अगस्त) जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव के मुद्दे पर बात की. राजीव कुमार ने कहा, ' मौजूदा समय जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव कराने के लिए बिल्कुल सही है. चुनाव आयोग हाल ही में जम्मू-कश्मीर में हुए संसदीय चुनाव के लाभों को आगे बढ़ाने के लिए तैयार है. 

 

बता दें कि चुनावी तैयारियों और सुरक्षा की समीक्षा के लिए तीन सदस्यीय टीम ने जम्मू-कश्मीर का शुक्रवार (09 अगस्त) को दौरा किया. इस टीम में मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी), राजीव कुमार के साथ दो और चुनाव आयुक्त, ज्ञानेश कुमार और डॉ एसएस संधू भी शामिल थे. दौरे के बाद राजीव कुमार ने कहा कि दिल्ली जाकर हम इस क्षेत्र में चुनाव के लिए सुरक्षाबलों की उपलब्धता की समीक्षा करेंगे.

 

कब होंगे जम्मू-कश्मीर में चुनाव?

 

उन्होंने कहा, प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए चुनाव आयोग जल्द ही विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा करेगा. राजीव कुमार बोले कि गुरुवार (08 अगस्त) को श्रीनगर में हुई बैठक में सभी राजनीतिक दलों ने सर्वसम्मति से चुनाव कराए जाने की मांग की है. चुनावों के मद्देनजर इस क्षेत्र में काफी चुनौतियां है लेकिन वो किसी भी तरह से बाधा नहीं बन सकतीं.

 

कब जारी होगी मतदाता सूची?

 

जानकारी दी गई कि 19 अगस्त को अमरनाथ यात्रा समाप्त होगी और संशोधन के बाद 20 अगस्त को अंतिम मतदाता सूची को जारी किया जाएगा. सीईसी ने कहा, 'आगामी विधानसभा चुनाव में उम्मीदवारों की संख्या बीते संसदीय चुनाव की तुलना में काफी ज्यादा हो सकती है. संसदीय चुनाव में जम्मू-कश्मीर के लोगों के चेहरे पर मुस्कान देखने को मिली थी और इस सफलता को समाप्त नहीं होने दिया जा सकता.'

 

वो बोले, 'चुनाव आयोग पूरी तरह प्रतिबद्ध है कि आगामी विधानसभा चुनाव में जम्मू-कश्मीर में किसी भी तरह की बाधा न हो और लोकतंत्र में हिंसा और अन्य चीजों को राह का रोड़ा नहीं बनने दिया जा सकता. सुरक्षा बल और प्रशासन किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है. ये बिल्कुल सही समय है कि जम्मू-कश्मीर के लोगों को अपनी सरकार दी जाए. भरोसा है कि लोग विघटनकारी ताकतों को मुंहतोड़ जवाब देने में सफल होंगे.'

 

कैसी है तैयारियां?

 

मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा, 'कुछ नेताओं ने पर्याप्त सुरक्षा कवच की मांग की है. मतदान केंद्र दो किलोमीटर के भीतर होंगे और मतदान केंद्रों पर 100% सीसीटीवी की व्यवस्था की जाएगी. जम्मू-कश्मीर में कुल 89.87 लाख मतदाता हैं. चुनाव आयोग की कोशिश होगी कि विधानसभा चुनाव में किसी भी तरह की बाधा को तत्काल खत्म किया जाए.'