अपनी बेटियों को सुप्रीम कोर्ट लेकर आए चीफ जस्टिस चंद्रचूड़, बताया कहां बैठते हैं वकील और जज
CJI DY Chandrachud: जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ भारत के 50वें चीफ जस्टिस हैं. उन्होंने 2022 में 9 नवंबर को शपथ ली थी. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें इस पद की शपथ दिलाई थी.
Chief Justice DY Chandrachud: सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के सीनियर जज और वकील आज उस समय हैरान रह गए जब चीफ जस्टिस डी. वाई चंद्रचूड़ (DY Chandrachud) अपनी 2 बेटियों को साथ लेकर कोर्ट पहुंचे. चीफ जस्टिस डी. वाई चंद्रचूड़ ने अपनी दो बेटियों (16 साल की माही और 20 साल की प्रियंका) को सुप्रीम कोर्ट में अपना चैंबर और फिर पूरे कोर्ट के रूम दिखाए.
इस दौरान चीफ जस्टिस ने अपनी बेटियों को बताया कि सुप्रीम कोर्ट में उनका काम क्या है और वह कहां बैठते हैं. बता दें कि, चीफ जस्टिस शुक्रवार, 6 जनवरी की सुबह 10 बजे कोर्ट पहुंचे थे. वह अपनी दोनों बेटियों को साथ लेकर सार्वजनिक दीर्घा से कोर्ट रूम में दाखिल हुए. उसके बाद वह अपनी बेटियों को रूम नंबर-1 के CJI कोर्ट में ले गए. वहां उन्होंने अपनी बेटियों को दिखाया कि सुप्रीम कोर्ट में किस तरह काम होता है, सीनियर जज कहां बैठते हैं और वकील कहां खड़े होकर अपनी दलीलें रखते हैं.
सुप्रीम कोर्ट देखना चाहती थीं CJI की बेटियां
सूत्रों के मुताबिक, चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ अपनी बेटियों को इसलिए सुप्रीम कोर्ट लेकर पहुंचे, क्योंकि उनकी बेटियों ने सुप्रीम कोर्ट देखने की इच्छा जताई थी. बता दें कि, डीवाई चंद्रचूड़ देश के 50वें चीफ जस्टिस हैं. उन्होंने 2022 में 9 नवंबर को CJI का पद संभाला था. बताया जा रहा है कि वह 2 साल तक इस पद पर रहेंगे.
पहला मौका है जब पिता के बाद बेटा CJI बना
जस्टिस चंद्रचूड़ के बारे में एक और बात भी खास है, देश में यह पहला मौका है जब पिता के बाद बेटा भी सुप्रीम कोर्ट का चीफ जस्टिस बना है. बता दें कि, जस्टिस चंद्रचूड़ के पिता भी चीफ जस्टिस रह चुके हैं. उनका नाम यशवंत विष्णु चंद्रचूड़ था. वह देश के 16वें चीफ जस्टिस थे. जस्टिस यशवंत विष्णु चंद्रचूड़ का कार्यकाल 22 फरवरी, 1978 से 11 जुलाई, 1985 तक, यानी लगभग 7 साल तक रहा था.