Chief Justice DY Chandrachud: भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने बेहतर लाइफस्टाइल के लिए आयुर्वेद को जरूरी करार देते हुए गुरुवार (17 अक्टूबर) को कहा कि आयुर्वेद से उनका जुड़ाव उस समय शुरू हुआ, जब सल 2019 में आए वैश्विक महामारी के दौरान उन्हें कोविड हुआ था. उन्होंने बताया कि उस समय वे पूरी तरह आयुर्वेदिक ट्रीटमेंट से ही ठीक हुए थे.


डीवाई चंद्रचूड़ ने अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (AIIA) की ओर से आयोजित समग्र आयुर्वेद के लिए अनुसंधान और वैश्विक अवसरों में प्रगति पर एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि कोविड-19 महामारी की दूसरी और तीसरी लहर के दौरान जब उन्हें कोविड हुआ तब उन्होंने एलोपैथिक दवाओं का सेवन बिल्कुल नहीं किया. 


DY चंद्रचूड़ ने आयुर्वेदिक उपचार को लेकर किया खुलासा
प्रधान न्यायाधीश चंद्रचूड़ ने कहा, 'मैं आयुर्वेद और समग्र जीवनशैली का प्रबल समर्थक हूं. आयुष से मेरा जुड़ाव कोविड-19 वैश्विक महामारी के दौरान शुरू हुआ. यह वह समय था जब प्रिवेंटिव स्वास्थ्य सेवा का महत्व पहले से कहीं ज्यादा बढ़ गया था'. चंद्रचूड़ ने आगे बताया कि कोरोना महामारी की दूसरी और फेज के दौरान जब मैं कोविड-19 से संक्रमित हुआ तो मैंने कोई एलोपैथिक दवा नहीं ली.


आयुर्वेद पर मजबूत हुआ विश्वास


सीजेआई ने कहा, मैंने आयुर्वेदिक उपचार और समग्र दृष्टिकोण पर भरोसा किया, जिससे इसकी उपचार क्षमता में मेरा विश्वास और मजबूत हुआ. न्यायाधीश चंद्रचूड़ का कहना है कि आयुर्वेद चिकित्सा एक पारंपरिक प्रणाली है, जो शरीर, मन और आत्मा के संतुलन पर जोर देती है. 


रोज करते हैं योग, खाते हैं शाकाहारी भोजन
सीजेआई बताया कि वे शाकाहारी जीवन जीते हैं और केवल शाकाहारी डाइट खाते हैं. उन्होंने ये भी बताया कि मैं रोजाना योग और व्यायाम करता हूं और हेल्दी डाइट फॉलो करता हूं. 


ये भी पढ़ें: 'आखिर भारत पर आरोप लगाने की जरूरत ही क्या थी', कनाडाई राष्ट्रीय सुरक्षा विशेषज्ञ ने अपने ही पीएम पर उठाए सवाल