चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा हुए रिटायर, जाते-जाते कहा-सुप्रीम कोर्ट सुप्रीम है और रहेगा
चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा के विदाई समारोह में भावी चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने भी भाषण दिया.
दीपक मिश्रा ने आगे कहा कि मैं अब भी युवा हूं और आज भी सीख रहा हूं. न्याय का मानवीय चेहरा, मानवीय मूल्य होना चाहिए. सुप्रीम कोर्ट सुप्रीम है और रहेगा. न्यायपालिका की स्वायत्तता सबसे अहम होती है. सच का रंग नहीं होताI do not judge people by history, I judge people by their activities and their perspectives: Outgoing Chief Justice of India Dipak Misra during his farewell address in Delhi. pic.twitter.com/MSeOx7o9Cu
— ANI (@ANI) October 1, 2018
इसके अलावा चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा के विदाई समारोह में भावी चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने भी भाषण दिया. उन्होंने कहा कि निर्भया मामले का फैसला देते वक्त जिस तरह से जस्टिस मिश्रा ने अपनी भावनाओं का इज़हार किया, वो स्वभाविक था. ये ऐसे व्यक्ति हैं जो अपने नज़दीक आने वाले हर व्यक्ति में देशभक्ति और संवैधानिक मूल्यों के लिए आस्था जगाते हैं. जस्टिस रंजन गोगोई ने आगे कहा कि "आपको अच्छी यादों के साथ विदा कर रहे हैं. आपसे मिलते रहने की ख्वाहिश हमेशा बनी रहेगी"I appreciate responsive wisdom of the youth, of which I'm a part. Today young lawyers are assets&they've potentiality to develop jurisprudence in new areas of legislation as law & jurisprudence cannot be static: Outgoing CJI Dipak Misra during his farewell address in #Delhi pic.twitter.com/aIgCJLWlzH
— ANI (@ANI) October 1, 2018
He has upheld freedom of individual to choose&express choice.Cases like Shakti Vahini,Shafin Jahan&Navtej Johar involved individual's liberty to choose his choice in form of partner whom society doesn't apporve: CJI-designate R Gogoi at farewell function to CJI Dipak Misra #Delhi pic.twitter.com/zM4xpQHnls
— ANI (@ANI) October 1, 2018