कोरोना के खिलाफ इस लड़ाई में पूरे देश में ज्यादा से ज्यादा और सरल तरीकों से लोगों का वैक्सीनेशन करने पर जोर दिया जा रहा है. इसी कड़ी में देश की राजधानी दिल्ली में आज से ड्राइव इन वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत की गयी है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने द्वारका के सेक्टर-12 स्थित वेगास मॉल में ड्राइव इन कोविड-19 वैक्सीनेशन सेंटर का उद्घाटन कर इस अभियान की शुरुआत की. इसके तहत लोग अपनी गाड़ियों में बैठे-बैठे ही वैक्सीन लगवा सकेंगे. देश के कई दूसरे हिस्सों में भी इस प्रकार की पहल की जा चुकी है.
कार में टीकाकरण के इस अभियान के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पहले ही शुरू की जा चुकी थी. टीका लगवाने के बाद लोगों को आधे घंटे तक कार में ही बैठकर इंतजार करना होगा. ऐसा इसलिए करना होगा ताकि पता चल सके की वैक्सीन लगवाने के बाद किसी व्यक्ति को कोई परेशानी तो नहीं हो रही है. ड्राइव में वैक्सीन लगवाने के इस अभियान से वैक्सीनेशन सेंटर्स पर होने वाली भीड़ से बचा जा सकेगा. साथ ही कार के अंदर बैठे होने के कारण वैक्सीन लगवाने आए लोगों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन अपने आप ही हो जाएगा.
लगातार दूसरे दिन नहीं लगी युवाओं को वैक्सीन
वैक्सीन की कमी को लेकर टीकाकरण अभियान का अपेक्षित तेजी न पकड़ पाना दिल्ली सहित पूरे देश के लिए चिंता का सबब बना हुआ है. दिल्ली का वैक्सीनेशन बुलेटिन जारी करते हुए आम आदमी पार्टी की विधायक आतिशी ने कहा कि दिल्ली में लगातार दूसरे दिन युवाओं को कोई वैक्सीन नहीं लगायी गई है. अब कोवैक्सीन और कोवीशील्ड का स्टॉक खत्म हो चुका है और दिल्ली में 18 से 44 साल के लोगों के पास अब निजी अस्पतालों में जाकर महंगे दामों पर वैक्सीन लगवाने के अलावा कोई भी चारा नहीं है. वहीं 45 साल से अधिक उम्र की श्रेणी के लिए कोवैक्सीन की डोज खत्म हो चुकी है. आतिशी ने केंद्र सरकार से अपील है कि फाइजर, मॉडर्ना और जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन को मंजूरी देकर जल्द से जल्द लोगों को वैक्सीन लगवाई जाए.
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