मुंबई: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रविवार रात जेएनयू में हुए हमले की तुलना मुंबई में साल 2008 में हुए 26/11 हमले से की. उद्धव ठाकरे ने जेएनयू के छात्रों पर हुए हमले को कायरों का काम बताया है. उद्धव ठाकरे ने सवाल उठाया की बुर्के में कौन लोग थे जिन्होंने यह काम किया. बुर्के के पीछे छिपे हुए लोगों का चेहरा सामने आना चाहिए.


महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि देश के युवकों को विश्वास में लाने की जरूरत है. उनकी विचारधारा महत्वपूर्ण है जिसे समझने की जरुरत है. आज युवकों के मन में अस्थिरता निर्माण हो रही है. अगर स्टूडेंट अपने होस्टल में सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं तो देश के लिए कलंक है. उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र के छात्रों को आश्वासन दिया और कहा कि महाराष्ट्र में सभी स्टूडेंट सुरक्षित हैं. महाराष्ट्र में किसी को चिंता करने की जरूरत नहीं है. मैं महाराष्ट्र में यह सब बर्दाशत नही करूंगा. मैं महाराष्ट्र के किसी भी नागरिक के साथ अन्याय नहीं होने दूंगा.


मुख्यमंत्री ने छात्रों पर हमला करने वालों को कायर कहा और कहा कि बुर्के पहने हमलावरों के चेहरे टीवी पर दिख रहे हैं. हिम्मत होती तो वह लोग बुर्का नहीं पहनते. मुम्बई में अपने निवास मातोश्री पर पत्रकारों से संवाद करते हुए उद्धव ठाकरे गृहमंत्री पर आरोप लगाने से बचते रहे. जब उनसे पूछा गया कि जेएनयू हिंसा के लिए अमित शाह की जिम्मेदारी बनती है तब अमित शाह पर सीधे हमले से बचे उद्धव ठाकरे ने कहा अभी मैं किसी के पक्ष या खिलाफ में नही बोलूंगा. उद्धव ठाकरे ने जेएनयू छात्रों के हमले की तुलना कर एक नए विवाद को जन्म दे दिया है.


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