साउथ ब्लॉक में बनाया गया CDS के लिए अलग सचिवालय, आकर्षण का केंद्र है यूनिफार्म और फ्लैग
सरकार ने साफ कर दिया है कि सीडीएस अपने पैरेंट-सर्विस की यूनिफार्म ही पहनेगा. लेकिन उनके सर पर जो टोपी होगी वो अलग होगी. ये कैप सीडीएस के लिए खासतौर से बनाई गई है.
नई दिल्ली: चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ यानि सीडीएस ने देश में विधिवत तौर से अपना कार्यभार संभाल लिया है. सीडीएस के लिए देश के सत्ता के केंद्र साउथ ब्लॉक में अलग सचिवालय के साथ-साथ अलग मिलिट्री एफेयर्स विभाग बनाया गया है. लेकिन सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र है नए सीडीएस की यूनिफार्म और उनका फ्लैग. सरकार ने साफ कर दिया है कि सीडीएस अपने पैरेंट-सर्विस की यूनिफार्म ही पहनेगा. यानि अगर जनरल बिपिन रावत थलसेना से ताल्लुक रखते हैं तो वे थलसेना की ही यूनिफार्म ही पहनेंगे. ऐसे ही अगर भविष्य में नौसेना या फिर वायुसेना का कोई अधिकारी सीडीएस बनता है तो वे अपनी ही सर्विस की यूनिफार्म पहनेंगे.
लेकिन उनके सर पर जो टोपी होगी वो अलग होगी. ये कैप सीडीएस के लिए खासतौर से बनाई गई है. इस ओलिव टोपी के बीच में मैरून रंग की एक पट्टी है. टोपी पर तीनों सेनाओं के एकीकरण को दर्शता एक 'लोगो' है जिसमें थलसेना की दो तलवारें, नौसेना का एंकर यानि लंगर और वायुसेना के विंग के साथ अशोक स्तंभ है. यह लोगो पत्तियों से ढका हुआ है. सीडीएस का पदभार संभालने के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए जनरल बिपिन रावत ने खुद अपनी इस कैप के बारे में कहा कि ये काफी हल्की है उनकी गोरखा हैट के मुकाबले जो वे पिछले 42 साल से लगाते आ रहे थे. क्योंकि थलसेना में वे एक गोरखा रेजीमेंट के अधिकारी थे और थलसेना प्रमुख बनने तक वे उसी हैट को लगाते आ रहे थे.
सीडीएस के कंधे और बैल्ट पर भी एक अलग तरह का बैज है. ये मैरून बैज है जिसपर अशोक स्तंभ के साथ ट्राई-सर्विस का लोगो है. यहां तक कि यूनिफार्म पर जो बटन हैं वे भी ट्राईसर्विस के हैं. सीडीएस का जो झंडा है वो भी मैरून रंग का है जिसके साइड में तिरंगा है और एक तरफ ट्राईसर्विस का लोगो है. लेकिन सैन्य-समारोह के लिए कंधे पर जो बैज होगा वो सेरेमोनियल होगा, जैसा कि बुधवार को जब सीडीएस ने साउथ ब्लॉक में गार्ड ऑफ ऑनर के दौरान लगा रखा था.
आपको बता दें कि सीडीएस के लिए सेना के वॉर रूम के करीब ही नया सचिवालय बनाया गया है. इसके लिए जो रक्षा मंत्रालय के अंतर्गत आने वाला इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ (आईडीएस) और चैयरमैन, चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी के सभी अधिकारी सीडीएस के मातहत काम करेंगे. इनमें चीफ ऑफ इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ वाइस एडमिरल आर हरी कुमार अब उपसीडीएस (या सहसीडीएस) के तौर पर काम करेंगे. इसके अलावा वाइस एडमिरल एबी सिंह, जो पहले स्ट्रेटेजिक फोर्स कमांड (न्युकलियर कमांड) में तैनात थे, वे ट्रैनिंग का कार्यभार संभालेंगे. जबकि सीडीएस के ऑपरेशन्स, लेफ्टिनेंट जनरल तरणजीत सिंह देखेंगे, जो थलसेना के अधिकारी हैं. इसके अलावा वायुसेना के एयर मार्शल राजीव सचदेवा प्लानिंग का कार्यभार संभालेंगे और मेडिकल ऑपरेशन्स की जिम्मेदारी एयर मार्शल आर के रानियाल देखेंगे.
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