गाजियाबाद: यूपी के मुख्य सचिव आरके तिवारी ने आज गाजियाबाद के नगर निगम में निरक्षण किया. जिसमें उन्होंने दोषी कर्मचारियों को मौके पर सजा दी. साथ ही मुख्य सचिव ने निगम में काम के प्रति लापरवाही करने पर जनता से माफी भी मांगी.


निगम के औचक निरक्षण को पहुंचे मुख्य सचिव बिल्डिंग के उस हिस्से में नहीं गए जो उनको दिखाने के लिए तैयार किया गया था. बल्कि उन्होंने उसके आस-पास के हिस्से का निरक्षण किया. निगम में कूड़े का ढेर देखकर उन्होंने कर्मचारियों को जमकर फटकार लगाई.


सुबह 10 बजे पहुंचे मुख्य सचिव आर के तिवारी ने आस-पास के इलाके का पैदल दौरा किया और आम लोगों से फीडबैक लिया. साथ ही तिवारी निगम बिल्डिंग के शिकायत कक्ष में पहुंचे. उन्होंने शिकायत रजिस्टर उठाकर उसमें से दो-तीन शिकायतकर्ताओं से बातचीत की और पूछा कि आपकी समस्या का समाधान हो गया? जवाब में शिकायतकर्ता ने कहा कि हमने लाइट बदलने के साथ सीवर साफ करने की शिकायत की थी जो कि अभी तक हल नहीं की गई है.


शिकायतकर्ता ने कहा कि यहां के स्थानीय निवासियों ने अपने पैसों से सीवर की सफाई कराई है. यह सब बातें सुनकर तिवारी हैरान रह गए और उन्होंने लोगों से माफी मांगी और खेद जताया.


तिवारी ने नगर निगम को चेतावनी देते हुए कहा कि वह जनता के प्रति सवेंदनशील नहीं है. नगर आयुक्त को सुधार लाने की आवश्यकता है. अगर हालात जल्द ही नहीं सुधरे तो इस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.


इसके अलावा तिवारी ने सेनिटरी इंस्पेक्टर सतीश कुमार और कविनगर के लाइट इंस्पेक्टर जॉन बिशम्बर दयाल को सस्पेंड कर दिया.