लखनऊः उत्तर प्रदेश की शाहजहांपुर पुलिस ने शुक्रवार को 27 साल पहले एक कथित गैंगरेप मामले में दो भाइयों पर केस दर्ज किया. गैंगरेप के बाद 14 साल की पीड़िता ने एक लड़के को जन्म दिया था. अदालत के निर्देश पर यह मामला दर्ज हुआ. महिला की उम्र अब 40 साल के लगभग है और लखनऊ में रहती है.


अदालत ने अपनी याचिका में महिला ने दोनों आरोपियों का डीएनए टेस्ट करने की मांग की है जिससे उसके बेटे के बायोलॉजिकल पिता की जानकारी साबित हो सके. पीड़िता ने कहा कि सामाजिक कलंक के डर के कारण उसने पहले पुलिस से संपर्क नहीं किया था लेकिन अब वह अपने बेटे के लिए यह कर रही है. बेटा अपने पिता के बारे में जानना चाहता है. महिला ने यह भी कहा कि उसके पति को उनकी शादी से पहले एक बेटा होने का पता चलने के बाद वह उससे अलग हो गया था.

आरोपियों के डीएनए टेस्ट की तैयारी कर पुलिस
सिटी सर्कल ऑफिसर प्रवीण कुमार यादव ने कहा कि “हमने दो भाइयों के खिलाफ गैंगरेप का मामला दर्ज किया है, जो एक बिजनेस करते हैं. हम डीएनए टेस्ट की तैयारी कर रहे हैं,.“पुलिस ने आरोपी की पहचान नकी हसन और गुड्डू के रूप में की है. यादव ने कहा, "हमें यह देखने की जरूरत है कि 27 साल पहले हुए मामले में क्या और कैसे साक्ष्य एकत्र किए जा सकते हैं." पुलिस का मानना है कि कथित घटना 1994-95 में हुई थी.


आरोपियों ने धमकी देकर कराया चुप
सदर बाजार पुलिस स्टेशन के स्टेशन हाउस अधिकारी, अशोक पाल सिंह ने कहा कि महिला के अनुसार, वह शाहजहांपुर के सदर बाजार इलाके में अपनी बहन के साथ रहने के लिए आई थी. उसने कहा कि जब दो भाइयों ने रेप किया तो वे 20 की उम्र के आसपास थे और पड़ोस में ही रहते थे. जब उसकी बहन और बहनोई घर पर नहीं थे तो आरोपियों ने उसके साथ रेप किया और उसे चुप रहने के लिए धमकाया.


सिंह ने कहा कि जो कुछ भी हुआ था, उसके बारे में उसने किसी को नहीं बतया और इस घटना के कुछ दिनों बाद वह और उसकी बहन लखनऊ चले गए. वहां उसे गर्भवती होने के बारे में पता चला तो अपनी बहन को बताया. महिला ने कहा कि इसके बाद आरोपी ने उसकी बहन को भी धमकी दी और उन्होंने पुलिस में नहीं दर्ज कराने फैसला किया.

बायोलॉजिकल पिता के बारे में जानना चाहत है बेटा
महिला के सिर्फ 14 साल का होने के कारण डॉक्टरों ने गर्भपात से इनकार कर दिया. उसने एक लड़के को जन्म दिया और उन्होंने उसे एक दंपति को गोद दे दिया, जिसे वे अपने पहले से जानते थे. दंपति उसकी अच्छी देखभाल करने का वादा किया था. बाद में महिला की शादी हो गई. सिंह के अनुसार, पीड़िता ने अपनी शिकायत में कहा है बेटा अब बड़ा हो गया. वह कुछ महीने पहले उसके पास आया और बायोलॉजिकल पिता के बारे में जानने के लिए उस पर दबाव डाला. इसलिए उसने डीएनए टेस्ट और कथित यौन उत्पीड़न मामले में कार्रवाई के लिए अदालत जाने का फैसला किया.


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