Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बस्तर (Bastar) में बीते कुछ समय से हो रही लगातार मूसलाधार बारिश (Torrential Rain) के कारण कई नदी-नाले उफान पर आ गए हैं. जिसके कारण यहां बहने वाली इंद्रावती नदी (Indravati River) भी अपने खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. फिलहाल इस कारण इस इलाके को डेंजर जोन घोषित किया गया है. वहीं निचले इलाकों में पानी भरने के बाद आम जनजीवन त्रस्त हो गया है और जान बचाने के लिए जोखिम उठाते नजर आ रहा है.
छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले के जंगलों के अंदर गांवों में रहने वाले लोग इन दिनों हो रही लगातार भारी बारिश से बचने के लिए सुरक्षित क्षेत्रों में जाने की कोशिश करते नजर आ रहे हैं. फिलहाल उचित संसाधनों की कमी के कारण कई जगहों पर लोगों को खतरनाक तरीकों का इस्तेमाल करने के लिए मजबूर होता देखा जा रहा है.
हाल ही में एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है, जिसमें एक परिवार को खतरनाक कामचलाऊ व्यवस्था कर पानी से भरे इलाके से बाहर निकलने के दौरान तेज बहाव के बीच अपने बच्चे को नदी पार कराते देखा जा रहा है. दरअसल वीडियो में बाढ़ के बीच फंसा परिवार अपने बच्चे को बचाने के लिए लोहे के बर्तन में बच्चे को रख कर उसे नदी पार करा रहा है.
हालांकि इस तरह से नदी (River) पार करना काफी खतरनाक साबित हो सकता है. वहीं वीडियो को देख हर कोई सिहर गया है. फिलहाल बताया जा रहा है कि भारी बारिश (Heavy Rain) के कारण बस्तर (Bastar) के करीब 200 गांवों का संपर्क टूट गया है. वहीं गोदावरी (Godavari) और शबरी (Shabari) का जलस्तर बढ़ने से हाईवे का एक बड़ा हिस्सा जलमग्न हो गया है. जिसके कारण बीजापुर (Bijapur) के 85 गांवों के करीब 20,000 लोग सबसे बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. बताया जा रहा है कि सरकार ने बस्तर में 18 और बीजापुर में 53 राहत शिविर (Relief Camp) खोले हैं.
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