नई दिल्ली: सीमा पर जारी तनाव के बीच भारत में चीन के राजदूत ने कहा कि हम मौजूदा परेशानियों को दूर करने का तरीका ढूंढ़ लेंगे. उन्होंने कहा कि चीन के स्टेट काउंसलर और भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर की तरफ से बनी आम सहमति, संवाद और बातचीत के साधनों का दोनों देशों के फ्रंट लाइन सैनिक सही से पालन करेंगे तो भरोसा है कि हम कठिनाइयों को दूर करने का एक तरीका खोज लेंगे.


भारत चीन के विदेश मंत्रियों के बीच पांच सूत्री फॉर्मूले पर बनी थी सहमति


बता दें कि पिछले सप्ताह रूस में भारत और चीन के विदेश मंत्रियों की बैठक हुई थी. इस बैठक में दोनों देशों के बीच पांच सूत्रीय फॉर्मूले पर आम सहमति बनी थी. इस फॉर्मूले में पहला मतभेदों को विवाद नहीं बनने देना शामिल है. दूसरा ये कि दोनों देशों की सेनाएं पीछे हटें और उचित दूरी पर रहें. तीसरा- दोनों देशों के बीच बातचीत जारी रहे. चौथा- समझौते और प्रोटोकॉल को दोनों देश मानें और पांचवां ये कि तनाव बढ़ाने वाले कदम न उठाए जाएं. दोनों नेताओं की बैठक के बाद ये माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में सैन्य स्तर की बातचीत का सिलसिला तेज हो सकता है.


चीन के सरकारी अखबार ने की शांति की बात


उधर चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने शांति की बात की है. ग्लोबल टाइम्स ने कहा कि भारत पर चीन की नीति में बदलाव नहीं होगा. ग्लोबल टाइम्स ने ट्वीट करते हुए कहा, “हम भारत को एक दुश्मन की तरह नहीं देखते हैं. द्विपक्षीय संबंधों को स्थिर और मजबूत बनाने के लिए हम भारत के साथ सहयोग को तैयार हैं. पुरानी स्थिति बहाल होने में थोड़ा वक्त जरूर लगेगा. दोनों देशों को एक दूसरे से मुलाकात करने रहना होगा.”


बता दें कि इससे पहले चीन के सरकारी अखबार ने युद्ध की धमकी दी थी. लेकिन अब उसके सुर बदलते नजर आ रहे हैं. चीन इसी सरकारी अखबरा के जरिए प्रोपेगैंडा फैलाता रहता है.


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