India China Dispute News: ओपन सोर्स इंटेलीजेंस 'इंटेल लैब' के मुताबिक चीन पैंगोंग त्सो लेक (Pangong Tso Lake) पर एक पुल तैयार कर रहा है, जिससे उसके सैनिक, झील के उत्तर और दक्षिण इलाकों में आसानी से आवागमन कर सकें. करीब 140 किलोमीटर लंबी पैंगोंग त्सो लेक (Pangong Tso Lake) का दो तिहाई हिस्सा यानी करीब 100 किलोमीटर चीन का हिस्सा है.


ऐसे में चीन के सैनिकों को एक छोर से दूसरे छोर जाने के लिए या तो नाव का सहारा लेना पड़ता है. अगर नाव का सहारा न लिया जाए तो फिर पूरा 100 किलोमीटर घूम कर आना पड़ता है. इस पुल के बनने से एक छोर से दूसरे छोर पर पहुंचना बेहद आसान हो जाएगा. 


ये पुल चीन अपने ही सीमा-क्षेत्र में तैयार कर रहा है. इंटेल लैब ने पुल की सेटेलाइट तस्वीर भी जारी की है. 2019 में पैंगोंग त्सो झील के उत्तर और दक्षिण दोनों में भारत और चीन की सेनाओं में विवाद हुआ था. हालांकि बाद में  दोनों ही जगह डिसइंगेजमेंट हो गया था.


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भारतीय सेना (Indian Army) की इस पुल को लेकर अभी तक कोई टिप्पणी सामने नहीं आई है. हालांकि भारत भी LAC के अपने इलाकों में पुल और सड़कों का जाल बिछाने में जुटा है. पिछले हफ्ते ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने LAC पर दो दर्जन पुलों का ई-उद्घाटन किया था.


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