Tourist Trapped In China: चीन में अभी भी कोरोना से हालात नहीं सुधर सके हैं. हालांकि, दैनिक कोविड के मामले एक दिन में 3,424 से घटकर 2,678 हो गए हैं, हालांकि अभी भी देश ने पिछले सात दिनों में हैनान, तिब्बत और शिनजियांग में हजारों पर्यटकों के फंसे होने की चिंता के बीच 18,000 से ज्यादा कोरोना के मामलों की सूचना दी है.
हैनान ने बुधवार यानी 17 अगस्त को 1,499 मामले दर्ज किए. यहां 1,50,000 पर्यटकों में से 1,00,000 से ज्यादा द्वीप के अचानक बंद होने से फंसे हुए हैं. चीन की जीरो कोविड पॉलिसी ने झिंजियांग और तिब्बत को लॉकडाउन लगाने को मजबूर कर दिया है, जिससे आर्थिक रूप से अविकसित क्षेत्रों में व्यापक अशांति पैदा हो गई.
प्रसिद्ध टूरिस प्लेस भी हुए बंद
तिब्बत की राजधानी ल्हासा में 8 अगस्त को प्रारंभिक प्रतिबंध लगाए जाने के बाद 18 अगस्त तक के लिए लॉकडाउन लगा दिया गया है. शिगात्से, ल्हासा और नगारी के बीच परिवहन को बाधित करते हुए, तिब्बत का नगारी भी 11 अगस्त से बंद था. वहीं, पूरे तिब्बत के प्रसिद्ध पर्यटक आकर्षण भी जनता के लिए पूरी तरह से बंद कर दिए गए हैं.
सार्वजनिक प्रदर्शनों पर पूरी तरह रोक
तिब्बत प्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, वायरस को नियंत्रित करने के लिए चीनी अधिकारी व्यापक निगरानी उपायों का इस्तेमाल कर रहे हैं, जो पहले देश में लोगों की नाराजगी को दबाने के लिए इस्तेमाल किए जाते थे. सालों से, चीन तिब्बती बौद्धों और उइगर मुसलमानों पर नकेल कसने के लिए निगरानी का उपयोग कर रहा है. इसके कारण अब किसी भी तरह के सार्वजनिक प्रदर्शन पर लगा दी गई है.
हालांकि चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की सख्त जीरो कोविड पॉलिसी का प्रशासन द्वारा स्वागत किया गया है. लॉकडाउन के कारण यहां जमकर विरोध प्रदर्शन हुआ, लेकिन बाद में प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई की गई. लॉकडाउन के कारण लोगों का व्यापार और व्यवसाय गंभीर रूप से प्रभावित हो रहा है.
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