Kiren Rijiju on Missing Teen: अरुणाचल प्रदेश के अपर-सियांग जिले से चीनी सेना द्वारा बंधक बनाए गए युवक को सुरक्षित वापस लाने के लिए भारतीय सेना का प्रयास जारी. केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने आज (बुधवार) कहा कि भारतीय सेना और चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के बीच युवक के संबंध में हॉटलाइन पर बातचीत हुई. उन्होंने कहा कि पीएलए ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी और युवक को सौंपने का संकेत दिया और रिहाई की जगह का सुझाव दिया.
रिजिजू ने कहा कि वे जल्द ही तारीख और समय के बारे में सूचित कर सकते हैं. किरेन रिजिजू ने मंगलवार को कहा था कि युवक की सुरक्षित वापसी प्राथमिकता है और लोगों से उसके बारे में बयान देने में सतर्क रहने की अपील की थी.
किरेन रिजिजू ने ट्वीट किया, 'हम पहले दिन से लगातार मामले पर नजर बनाए हुए हैं. मैं सभी से ऐसे बयान देने में सावधानी बरतने की अपील करता हूं जो तथ्यों पर आधारित नहीं हैं क्योंकि अरुणाचल प्रदेश के हमारे युवा की सुरक्षित वापसी प्राथमिकता है. अपर सियांग जिले के जिदो गांव की 19 साल की मिराम तारोन 18 जनवरी को बिशिंग क्षेत्र के शियुंग ला में लापता पाई गई थी. कुछ लोगों ने बताया कि चीनी पीएलए ने उन्हें अपनी हिरासत में ले लिया है.'
रिजिजू ने कल कहा था कि चूंकि युवक एलएसी (वास्तविक नियंत्रण रेखा) के पास के इलाके से लापता है, इसलिए सेना ने तुरंत 19 जनवरी को चीनी पक्ष से संपर्क किया, ताकि युवक के भटकने की स्थिति में उसका पता लगाने और उसकी वापसी में सहायता मांगी जा सके. चीनी पक्ष ने आश्वासन दिया कि वे युवक की तलाश करेंगे और स्थापित प्रोटोकॉल के अनुसार उसे वापस कर देंगे.
बाद में 20 जनवरी को चीनी पक्ष ने सूचित किया कि उन्हें अपनी तरफ एक युवक मिला है और पहचान स्थापित करने के लिए और विवरण के लिए अनुरोध किया. लापता युवक के पिता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपने बेटे को चीन से वापस लाने का भी आग्रह किया था.