सीमा पर विवाद के बीच चीन बढ़ा रहा है अपना एटमी जखीरा, ग्लोबल थिंकटैंक 'सिपरी' की रिपोर्ट में खुलासा
सिपरी की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि चीन के पास इस समय करीब 320 परमाणु हथियार हैं जो पिछले साल यानि 2019 के मुकाबले बढ़ गए हैं. वर्ष 2019 में चीन के पास 290 एटमी हथियार थे.
नई दिल्लीः डेढ़ महीने से सीमा पर चल रहे विवाद के बीच खबर है कि चीन अपने एटमी जखीरे को जल, थल और आकाश तीनों क्षेत्रों में बढ़ाने में जुटा है. खबर ये भी है कि चीन और पाकिस्तान दोनों के परमाणु-हथियार भारत से ज्यादा हैं. ग्लोबल थिंकटैंक, सिपरी ने अपनी ताजा रिपोर्ट में इस बात का खुलासा किया है.
स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस एंड रिसर्च सेंटर यानि सिपरी की वर्ष 2020 रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि चीन के पास इस समय करीब 320 परमाणु हथियार हैं जो पिछले साल यानि 2019 के मुकाबले बढ़ गए हैं. वर्ष 2019 में चीन के पास 290 एटमी हथियार थे. खास बात ये है कि रिपोर्ट के मुताबिक, चीन काफी तेजी से अपने एटमी जखीरे का आधुनिकीकरण कर रहा है. रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन, जल और थल यानि जमीन और समंदर से मार करने वाली नई परमाणु मिसाइलें तैयार कर रहा है. इसके अलावा परमाणु-मिसाइल से लैस लड़ाकू विमानों को भी बनाने में जुटा है ताकि उसका ‘न्यूक्लियर-ट्राईड’ पूरा हो सके.
दुनियाभर में हथियारों की खरीद-फरोख्त, सेनाओं के रक्षा बजट और एटमी हथियारों पर पैनी नजर रखने वाले थिंकटैंक, सिपरी के मुताबिक पाकिस्तान के पास इस समय 150-160 एटमी हथियार हैं. यानि चीन और पाकिस्तान के पास कुल मिलाकर करीब 480 परमाणु हथियार हैं. इन एटमी हथियारों में बम, मिसाइल और उनको दागने वाले लड़ाकू विमानों को शामिल किया जाता है.
रिपोर्ट के मुताबिक, भारत के परमाणु हथियारों में भी पिछले साल के मुकाबले बढ़ोत्तरी हुई है. पिछले साल जहां भारत के पास कुल 130-140 एटमी हथियार थे, इस साल ये नंबर बढ़कर 150 हो गए हैं. लेकिन ये संख्या चीन और पाकिस्तान के एटमी जखीरे से कम है. हालांकि, रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि भारत और पाकिस्तान दोनों ही अपनी न्यूक्लियर-फोर्सेज़ का साइज तो बढ़ा ही रहे हैं साथ ही अलग-अलग तरह के एटमी हथियारों को अपने जखीरे में शामिल कर रहे हैं.
आपको बता दें कि ये रिपोर्ट ऐसे समय में आई है जब दुनिया की दो सबसे बड़ी सेनाएं—भारत और चीन—पिछले डेढ़ महीने से सीमा पर एक दूसरे के सामने टकराव की स्थिति में हैं यानि फेसऑफ चल रहा है. पाकिस्तान के साथ भी एलओसी पर तनातनी चल रही है.
सिपरी के मुताबिक, इस वक्त दुनिया में कुल नौ परमाणु-शक्तियां हैं—भारत, चीन, पाकिस्तान, अमेरिका, रूस, यूके, फ्रांस, इजराल और उत्तर-कोरिया. इन न्यूक्लिर-पॉवर्स के पास कुल 13,400 एटमी हथियार हैं (जो 2019 के 13,865 के मुकाबले कम हैं.) रूस के पास सबसे ज्यादा 6375 परमामु हथियार हैं, जिसके बाद नंबर आता है अमेरिका का (5800). रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका, रूस, फ्रांस और यूके (इंग्लैंड) ने अपने कुछ एटमी हथियारों को तैनात भी किया हुआ है.
भारत और चीन के फील्ड कमांडर्स ने की मीटिंग इस बीच खबर है कि सीमा पर चल रहे विवाद के बीच भारत और चीन के फील्ड-कमांडर्स ने आज (सोमवार) वास्तविक नियंत्रण रेखा पर दो जगह पर मीटिंग की. ये मीटिंग ब्रिगेडियर और कमांडिंग-ऑफसिर यानि कर्नल रैंक के अधिकारियों के बीच हो रही है. दोनों ही मीटिंग गोगरा पोस्ट के पास हो रही है. एक मीटिंग गोगरा के पैट्रोलिंग-पॉइंट (पीपी) नंबर 14 पर चल रही है और दूसरी 17 नंबर पर चल रही है. दोनों ही मीटिंग सीमा पर तनाव खत्म कर पूरी तरह से डिसइंगेजमेंट के लिए चल रही हैं. हालांकि, इन दोनों ही पैट्रोलिंग-पॉइंट पर दोनों देश के सैनिक पहले ही ढाई से तीन किलोमीटर पीछे चले गए हैं.
शनिवार को थलसेना प्रमुख, जनरल एम एम नरवणे ने भी कहा था कि चीन से सीमा पर विवाद खत्म करने के लिए कई स्तर पर बातचीत चल रही है. अब तक चीन के साथ कोर-कमांडर स्तर (यानि लेफ्टिनेंट जनरल) की एक और मेजर जनरल स्तर की पांच मीटिंग हो चुकी हैं.
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