भारत ने गुरुवार (5 जनवरी) को एक बार फिर कहा कि चीन के साथ उसके संबंध सामान्य नहीं हैं और दोनों पक्ष पूर्वी लद्दाख में लंबित मुद्दों के हल के लिए राजनयिक और सैन्य वार्ता कर रहे हैं. विदेश मंत्रालय (Foreign Ministry) के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल (Randhir Jaiswal) ने कहा, 'चीन पर हमारा रुख सर्वविदित है. ये संबंध सामान्य नहीं हैं लेकिन हमने सैन्य और राजनयिक स्तर पर बातचीत की है.'


उन्होंने प्रेस वार्ता में पूर्वी लद्दाख में स्थिति को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में यह टिप्पणी की. जायसवाल ने दोनों पक्षों के बीच अक्टूबर और नवंबर में सैन्य और राजनयिक स्तर पर हुई वार्ता का भी उल्लेख किया.


विदेश मंत्रालय ने क्या कहा
रणधीर जायसवाल ने कहा, 'मुख्य बात यह है कि हम बातचीत करें ताकि हम कोई समाधान निकाल सकें.' दोनों पक्षों ने 9 और 10 अक्टूबर को हुई सैन्य वार्ता में पश्चिमी क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर शेष मुद्दों के शीघ्र और पारस्परिक रूप से स्वीकार्य समाधान के लिए खुले और रचनात्मक तरीके से विचार विमर्श किया था.


'जब तक सीमावर्ती इलाकों में शांति नहीं, तब तक चीन के साथ संबंध सामान्य नहीं'
जायसवाल ने 30 नवंबर को हुई राजनयिक वार्ता को लेकर कहा कि दोनों पक्षों ने गहन और रचनात्मक चर्चा की और शेष मुद्दों को हल करने एवं पूर्वी लद्दाख में सैनिकों को पूर्णत: पीछे हटाने के प्रस्तावों पर चर्चा की थी. भारत का कहना है कि जब तक सीमावर्ती इलाकों में शांति बहाल नहीं होगी, तब तक चीन के साथ उसके संबंध सामान्य नहीं हो सकते. पैंगोंग झील क्षेत्र में हिंसक झड़प के बाद पांच मई, 2020 को पूर्वी लद्दाख सीमा पर गतिरोध पैदा हो गया था.


चीनी मीडिया ने की भारत की तारीफ
चीनी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने भारत की तारीफ की है. ग्लोबल टाइम्स में फुडन यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर साउथ एशियन के डायरेक्टर झांग जियाडोंग (Zhang Jiadong) ने भारत के आर्थिक विकास और रणनीति की तारीफ की है. उन्होंने लिखा कि भारत ने आर्थिक विकास और सोशल गवर्नेंस में शानदार परिणाम हासिल किए हैं. उन्होंने यह भी कहा कि देश की अर्थव्यवस्था ने तेजी पकड़ी है और भारत सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होने की राह पर है.