नई दिल्ली: एलएसी पर पिछले आठ महीने से भारत से चल रही तनातनी के बीच खबर है कि चीन अब पाकिस्तान के स्कार्दू एयरबेस को अपग्रेड करने में जुटा है ताकि वहां दिन-रात ऑपरेशन्स किए जा सकें. पूर्वी लद्दाख से सटे पाकिस्तान के इस एयरबेस को चीन बेहद अहम मान रहा है. कुछ समय पहले चीनी वायुसेना के फाइटर जेट्स भी यहां दिखाई पड़े थे.
स्कार्दू एयरबेस पर चीन ने एक नया रनवे तैयार किया है
जानकारी के मुताबिक, स्कार्दू एयरबेस पर चीन ने एक नया रनवे तैयार किया है. खुफिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, स्कार्दू एयरबेस पर जो नया रनवे तैयार किया गया है वहां अब दिन-रात ऑपरेशन्स करने की तैयारी की जा रही है. इसके लिए स्कार्दू बेस पर एयरफिल्ड लाइटिंग सिस्टम लगाए जा रहे हैं ताकि चौबीसों घंटे फाइटर जेट्स यहां टेकऑफ और लैंडिंग कर सकें. इस लाइटिंग सिस्टम से खराब मौसम में भी एयर-ऑपरेशन्स किए जा सकते हैं. ओपन सोर्स इंटेलीजेंस पोर्ट्ल्स ने हाल ही में स्कार्दू एयरबेस पर चल रहे निर्माण-कार्यों की सैटेलाइट तस्वीरें भी जारी की थीं.
पिछले साल पाकिस्तानी वायुसेना प्रमुख ने स्कार्दू एयरबेस का दौरा किया था
आपको बता दें कि गिलगित-बालटिस्तान के स्कार्दू एयरबेस पर फिलहाल जो रनवे था वहां सिर्फ दिन में ही लड़ाकू विमान लैंडिग और टेकऑफ कर सकते थे. लेकिन लद्दाख से सटी एलएसी पर भारत के साथ टकराव को देखते हुए चीन ने पाकिस्तान के इस स्कार्दू एयरबेस को भी अपग्रेड किया है. हालांकि, अभी तक ये जानकारी नहीं है कि क्या वाकई नए एयरबेस से ऑपरेशन्स शुरू हुए हैं या नहीं. पिछले साल अक्टूबर के महीने में पाकिस्तानी वायुसेना प्रमुख ने स्कार्दू एयरबेस का दौरा किया था और चीनी फाइटर जेट, जेएफ17 मे उड़ान भी भरी थी.
भारत की घेराबंदी के लिए पाकिस्तान की मदद ले रहा है चीन
जानकारों की मानें तो चीन को लगने लगा है कि युद्ध की स्थिति में भारत से अकेले निपटने मुश्किल हो सकता है. यही वजह है कि भारत की घेराबंदी के लिए चीन पाकिस्तान की मदद ले रहा है. हाल ही में चीन के रक्षा मंत्री वे फैंगई के पाकिस्तान के दौरे के दौरान दोनों देशों में एक रक्षा समझौता हुआ था जिसके बारे में दोनों देशों ने खुलकर कुछ नहीं बताया है.
एयर चीफ मार्शल भदौरिया ने ली थी चुटकी
लेकिन चीन और पाकिस्तान के इस गठजोड़ पर वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आर के एस भदौरिया ने चुटकी लेते हुए कहा था कि अगर चीन को पाकिस्तान की मदद लेनी पड़ रही हैं तो वे उसपर कुछ नहीं कहना चाहते. उनका इशारा खुद को सुपर-पॉवर का दम भरने वाले चीन को भारत के खिलाफ किसी तीसरे देश की मदद को लेकर था. एयर चीफ मार्शल भदौरिया का ये बयान पिछले साल अक्टूबर में ही आया था.
इसके अलावा पिछले महीने भारत से सटे सिंध प्रांत में चीन और पाकिस्तान की वायुसेनाओं ने साझा युद्धभ्यास शाहीन (11-25 दिसम्बर) को अंजाम दिया था. इस युद्धभ्यास में दोनों देशों की वायुसेनाओं ने खासतौर से भारत के रफाल लड़ाकू विमान से टक्कर लेने का अभ्यास किया था. यहां तक की एक्सरसाइज के बाद दोनों देशों की वायुसेनाओं ने एक साझा लोगो (प्रतीक-चिन्ह) जारी किया था जिसमें दो ड्रैगन मिलकर रफाल लड़ाकू विमान के दो टुकड़े करते दिखाए गए थे.
स्कार्दू एयरबेस को क्यों अपडेट कर रहा है चीन
इसी कड़ी में चीन और पाकिस्तान ने भारत की घेराबंदी के लिए स्कार्दू एयरबेस को अपग्रेड किया है. दरअसल, पूर्वी लद्दाख से सटी एलएसी पर चीन के जो भी एयरबेस (होटान, नगरी-गुंसा, काशगर इत्यादि) हैं वे सभी बेहद ऊंचाई पर हैं, ऐसे में चीनी फाइटर जेट्स के लिए वहां से ऑपरेशन्स करना भारत के मुकाबले थोड़ा पेचीदा है. इसीलिए चीन पाकिस्तान के एयरबेस स्कार्दू को अपग्रेड कर रहा है.
लेकिन यहां ये बताना बेहद जरूरी है कि 71 के युद्ध में भारतीय वायुसेना ने स्कार्दू एयरबेस पर बमबारी कर पूरी तरह तबाह कर दिया था.
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