Chinese Stapled Visa: अरुणाचल प्रदेश के कुछ खिलाड़ियों को चीन की ओर से स्टेपल्ड वीजा जारी करने पर भारत ने कड़ा विरोध जताया है. भारत ने गुरुवार (27 जुलाई) को इसे अस्वीकार्य बताया और कहा कि इस तरह की कार्रवाईयों पर उचित प्रतिक्रिया देने का अधिकार रखते हैं. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिदंम बागची ने कहा कि भारत पहले ही इस मामले पर चीनी पक्ष के साथ अपना कड़ा विरोध दर्ज करा चुका है.


सामाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, उन्होंने एक मीडिया ब्रीफिंग में यह बात तब कही जब उनसे पूछा गया कि क्या अरुणाचल प्रदेश के कई खिलाड़ियों को स्टेपल वीजा जारी किया गया था. बागची ने कहा कि यह सरकार के संज्ञान में आया है कि कुछ भारतीय नागरिकों को स्टेपल वीजा जारी किया गया था, जो चीन में एक अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजन में देश का प्रतिनिधित्व करने वाले थे.


‘यह अस्वीकार्य है’


उन्होंने कहा, “यह अस्वीकार्य है और हमने चीनी पक्ष के साथ इस मामले पर अपनी लगातार स्थिति दोहराते हुए अपना कड़ा विरोध दर्ज कराया है और भारत इस तरह की कार्रवाइयों पर उचित प्रतिक्रिया देने का अधिकार रखता है.”


बागची ने कहा, हमारी दीर्घकालिक और सुसंगत स्थिति यह है कि वैध भारतीय पासपोर्ट रखने वाले भारतीय नागरिकों के लिए वीजा व्यवस्था में अधिवास या जातीयता के आधार पर कोई भेदभाव या विभेदक व्यवहार नहीं होना चाहिए.


क्या है मामला?


मालूम हो कि चीन में 23 सितंबर से 8 अक्टूबर तक एशियन गेम्स का आयोजन होने वाला है, जिसमें भारत की ओर से भी इस खेल में भाग लेने के लिए खिलाड़ी जा रहे हैं. एशियन गेम्स में भाग लेने वाले कुछ भारतीय खिलाड़ियों को चीन ने स्टेपल वीजा जारी किया है, जिस पर भारत ने चीन के समक्ष इसका कड़ा विरोध दर्ज कराया है.


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