China Journalists Controversy: भारत ने शुक्रवार (2 जून) को उम्मीद जताई कि चीनी अधिकारी चीन में भारतीय पत्रकारों की सतत मौजूदगी सुनिश्चित कराएंगे और इस मामले में दोनों पक्ष संपर्क में बने हुए हैं. चीन ने करीब दो महीने पहले बीजिंग में दो भारतीय पत्रकारों को बताया था कि उनके वीजा पर रोक लगा दी गयी है. चीन ने भारत पर चीनी पत्रकारों के साथ खराब बर्ताव करने का आरोप लगाते हुए कहा था कि इसके जवाब में उसने यह कदम उठाया है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, "चीनी पत्रकार समेत सभी विदेशी पत्रकार भारत में रिपोर्टिंग या मीडिया कवरेज में बिना किसी परेशानी के गतिविधियां संचालित कर रहे हैं." बागची ने अपनी साप्ताहिक प्रेस कांफ्रेंस में सवालों का जवाब देते हुए कहा, "हमें उम्मीद है कि चीनी अधिकारी चीन से रिपोर्टिंग कर रहे और वहां काम कर रहे भारतीय पत्रकारों की सतत मौजूदगी सुनिश्चित कराएंगे. दोनों पक्ष इस मुद्दे पर संपर्क में बने हुए हैं."
पत्रकार नियुक्त करने की इजाजत नहीं
बागची ने कहा कि चीन में भारतीय पत्रकार कुछ मुश्किलों के साथ काम कर रहे हैं. इस समय चीन में दो भारतीय पत्रकार कार्यरत हैं. बागची ने कहा, "चीन में भारतीय पत्रकार कुछ परेशानियों के साथ काम कर रहे हैं. जैसे कि उन्हें स्थानीय लोगों को वहां पत्रकार नियुक्त करने की इजाजत नहीं है."
भारत में है आजादी
उन्होंने कहा, "जैसा कि आप जानते हैं, विदेशी मीडिया भारत में अपने ब्यूरो में काम करने के लिए आजादी से स्थानीय पत्रकारों की नियुक्ति कर सकता है और करता भी है. वहीं स्थानीय स्तर पर यात्रा करते समय स्थानीय पत्रकारों को भी अनेक पाबंदियों का सामना करना पड़ता है."
भारत विदेशी पत्रकारों का समर्थन करता है
प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि भारत विदेशी पत्रकारों का समर्थन करता है. उन्होंने कहा, "भारतीय पक्ष भारत में विदेशी पत्रकारों का समर्थन करता है और उन्हें सुविधा प्रदान कराता है. मुझे विश्वास है कि आप इस पर मुहर लगा सकते हैं. साथ ही, सामान्य पत्रकारीय व्यवहार या गतिविधियों से या पत्रकार वीजा से जुड़े प्रावधानों से विचलन नहीं होना चाहिए." यह ज्ञात नहीं है कि भारत में कितने चीनी पत्रकार कार्यरत हैं.
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