लद्दाख के पास चीनी सेना ने किया ऐसा काम, बढ़ जाएगी भारत की टेंशन! ब्रह्मोस भी पार नहीं कर पाएगी बॉर्डर
India-China Relations: फूदान यूनिवर्सिटी के डिप्टी डायरेक्टर लिन मिनवांग का कहना है कि इस टेस्ट के जरिए चीन भारत को दिखाना चाहता है कि उसके पास भारत की मिसाइल को मार गिराने की क्षमता है.
India-China Relations: चीन ने भारत की सीमा के पास मिसाइल को मार गिराने का एक टेस्ट किया है. पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने काराकोरम पठार के करीब जमीन से आसमान में मार करने वाली इस मिसाइल का सफल टेस्ट किया है. शिन्हुआ न्यूज एजेंसी के मुताबिक चीनी सेना ने 29 अगस्त को ये मिसाइल टेस्ट किया था.
विश्लेषकों की मानें तो मिसाइल को मार गिराने वाले इस टेस्ट के जरिए चीन की कोशिश भारत को सख्त संदेश देने की है. फूदान यूनिवर्सिटी के डिप्टी डायरेक्टर लिन मिनवांग ने कहा कि बॉर्डर को लेकर चीन के लिए भारत की मांगें मानना मुश्किल है. हालांकि, दोनों देश सीमा विवाद को सुलझाने की कोशिशों में लगे हैं.
'ब्रह्मोस मिसाइल को भी मार गिराने की ताकत'
लिन मिनवांग का कहना है कि इस टेस्ट के जरिए चीन भारत को दिखाना चाहता है कि उसके पास भारत की मिसाइल को मार गिराने की क्षमता है. माना जा रहा है कि भारत की ब्रह्मोस मिसाइल के खतरे को देखते हुए चीन ने इस टेस्ट को अंजाम दिया है.
The video of the missile test SCMP mentions in the article. pic.twitter.com/cVqccgQx1A
— Aadil Brar (@aadilbrar) September 30, 2024
रिपोर्ट के मुताबिक चीनी सेना ने इस टेस्ट में एक सबसोनिक क्रूज मिसाइल को सफलतापूर्वक मार गिराया था. 17,390 फीट की ऊंचाई पर टेस्ट के दौरान मिसाइल को मार गिराया गया.
इधर चीन कर रहा था बातचीत, उधर कर दिया मिसाइल टेस्ट
चीनी मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ये मिसाइल टेस्ट उसी दिन किया गया था, जब चीन और भारत के बीच सीमा विवाद सुलझाने के लिए बीजिंग में 31वीं बैठक की जा रही थी. इस दौरान दोनों देशों के बीच बातचीत को बढ़ावा देने और शांति बनाए रखने पर सहमति बनी थी.
सितंबर महीने के आखिरी हफ्ते में रूस में होने वाले ब्रिक्स सम्मेलन होने जा रहा है. माना जा रहा है कि रूस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच मुलाकात हो सकती है. वहीं चीन की इस हिमाकत से दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ सकता है.
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