China Pneumonia Outbreak: चीन में रहस्यमयी तरीके से फैल रहे माइक्रोप्लाज्मा निमोनिया और इन्फ्लूएंजा फ्लू के मामले को लेकर भारत सरकार की ओर से अलर्ट जारी किया जा चुका है. हालांकि, इस निमोनिया वायरस को लेकर सरकार की ओर से गंभीर चिंता नहीं जताई गई है. फिर भी केंद्र सरकार ने राज्यों को मेडिकल तैयारियों की समीक्षा का निर्देश जारी किया था. इसे देखते हुए राज्यों ने कमर कस ली है.
चीन में इस निमोनिया वायरस के चलते बच्चों में बुखार, खांसी, सांस की तकलीफ और फेफड़ों के संक्रमण जैसे लक्षण नजर आ रहे हैं. चीन में इसके मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, जिसके चलते उत्तर चीन के कई स्कूलों को बंद कर दिया गया है. बीते रविवार को चीन के स्वास्थ्य आयोग की ओर से कहा गया था कि इस बीमारी के फैलने में कई प्रकार के रोगजनक जुड़े हुए हैं और मुख्य रूप से इन्फ्लूएंजा से ये फैल रहा है.
वैश्विक मुद्दा बनी चीन की रहस्यमयी बीमारी
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की ओर से इस रहस्यमयी बीमारी के बारे में चीन से ज्यादा जानकारी साझा करने के मांग के बाद से ये निमोनिया वायरस एक वैश्विक मुद्दा बन गया है. बीते हफ्ते ही केंद्र सरकार की ओर से सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को अस्पताल की तैयारियों की समीक्षा करने के लिए कहा गया था.
'तमिलनाडु में स्वास्थ्य विभाग कर रहा सावधानी से जांच'
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, इस बीमारी से निपटने को लेकर की गई तैयारियों पर तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री एमए. सुब्रमण्यम ने बुधवार (29 नवंबर) को कहा कि राज्य का पब्लिक हेल्थ डिपार्टमेंट बच्चों में होने वाले बुखार की बहुत सावधानी से जांच कर रहा है. उन्होंने कहा कि चीन में निमोनिया बुखार का पता चला है जिसका असर बच्चों पर अधिक पाया गया है. तमिलनाडु राज्य में कहीं भी नए प्रकार के बुखार का पता नहीं चला है.
'कर्नाटक के अस्पताल किसी भी आपात स्थिति से निपटने को तैयार'
कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने एएनआई से बातचीत में कहा कि इस बीमारी के बारे में परेशान होने की जरूरत नहीं है. हालांकि, उन्होंने ये भी कहा कि राज्य के अस्पताल किसी भी आपात स्थिति के लिए पूरी तरह से तैयार हैं.
'गुजरात में कोविड बेड और ऑक्सीजन की उपलब्धता की तैयारियों का जायजा'
गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने भी अस्पतालों की तैयारियों को लेकर कहा कि वो किसी भी तरह की आपात स्थिति से निपटने को तैयार हैं. उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना के दौरान राज्य में बेड और ऑक्सीजन की उपलब्धता के लिए की गई तैयारियों का फिर से जायजा लिया गया है. उन्होंने कहा कि राज्य और केंद्र सरकार पूरी तरह से तैयार हैं.
इस बीच देखा जाए तो केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सभी राज्यों को इन्फ्लूएंजा और सर्दियों के मौसम के कारण अत्यधिक सावधानी के तौर पर अपने अस्पतालों की तैयारी के उपायों जैसे कि अस्पताल के बिस्तर, इन्फ्लूएंजा के लिए दवाएं और टीके, चिकित्सा ऑक्सीजन, एंटीबायोटिक्स, पीपीई आदि की जांच करने के लिए हाल ही में निर्देश दिए थे. राज्यों की ओर से उस पर अमल किया जा रहा है.
राजस्थान ने स्वास्थ्य कर्मियों को दिए एक्शन प्लान तैयार करने के निर्देश
इसके अलावा राजस्थान में चिकित्सा और स्वास्थ्य विभाग ने अपने कर्मचारियों को सतर्क रहने और क्विल रेस्पांस टीमों को गठित करने का निर्देश दिया है. पीटीआई के मुताबिक, एक एडवाइजरी में स्वास्थ्य विभाग ने संबंधित अधिकारियों से बीमारी की रोकथाम और उपचार के लिए एक एक्शन प्लान तैयार करने को भी कहा है.
उत्तराखंड के चीन से सटे बॉर्डर जिलों पर पैनी नजर
एएनआई के मुताबिक, उत्तराखंड में राज्य सरकार ने अलर्ट जारी कर अधिकारियों को राज्य में निगरानी बढ़ाने का निर्देश दिया है. खासकर, चीन के बॉर्डर एरिया से सटे तीन जिलों-चमोली, उत्तरकाशी और पिथौरागढ़ पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए हैं.
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