India China Tussle: अरूणाचल प्रदेश से सटी एलएसी पर चीनी सैनिकों के बंधक बनाए जाने की खबर के बाद चीन के सरकारी पत्रकारों ने गलवान घाटी की हिंसा में बंधक बनाए गए भारतीय सैनिकों की तस्वीरें जारी की हैं. इन तस्वीरों में चीनी सेना की हिरासत में घायल भारतीय सैनिक और उनके हथियार दिखाई पड़ रहे हैं. 


दरअसल, पिछले हफ्ते अरूणाचल प्रदेश के यांगत्से में चीन के करीब 200 सैनिकों ने एलएसी का उल्लंघन किया था. इस दौरान भारत और चीन की सेनाओं के बीच फेसऑफ यानि गतिरोध की स्थिति बन गई थी. इस बावत कल यानि शुक्रवार को ये खबर आई कि इस फेसऑफ के दौरान भारतीय सेना ने चीन के सैनिकों को बंधक बना लिया था और दोनों देशों के मिलिट्री कमांडर्स की फ्लैग मीटिंग के बाद ही उन्हें रिहा किया था. इस घटना से खिसयाए चीन के कुछ सरकारी पत्रकारों ने गलवान घाटी की हिंसा की करीब 16 महीने बाद तस्वीरें सोशल मीडिया पर जारी कर दिखाने की कोशिश की उस लड़ाई में चीन की पीएलए सेना ने भा भारत के सैनिकों को बंधक बनाया था. 


गलवान घाटी की हिंसा में दोनों देशों की सेनाओं ने एक दूसरे के सैनिकों को बंधक बना लिया था. बाद में मिलिट्री कमांडर्स के बीच हुई मीटिंग के बाद ही दोनों देशों ने एक दूसरे के सैनिकों को रिहा किया था. 


इस बीच खबर है कि पूर्वी लद्दाख से सटी एलएसी पर तनाव खत्म करने के लिए रविवार को भारत और चीन के मिलिट्री कमांडर्स के बीच 13वें दौर के बैठक होने जै रही है. ये मीटिंग पीएलए सेना के मोल्डो गैरिसन में होने जा रही है. मीटिंग में पूर्वी लद्दाख के हॉट-स्प्रिंग से दोनों देशों के डिसइंगेजमेंट यानि सैनिकों के पीछे हटने पर चर्चा होनी की संभावना है. 12 दौर की मीटिंग के दौरान पूर्वी लद्दाख से सटी लाइन ऑफ एक्चुयल कंट्रोल (एलएसी) के फिंगर एरिया, कैलाश हिल रेंज और गोगरा इलाकों में तो डिसइंगेजमेंट हो चुका है, लेकिन हॉट स्प्रिंग, डेमचोक और डेपसांग प्लेन्स में तनाव अभी भी जारी है.


 



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