India-China Talks: LAC की एयर-स्पेस का उल्लंघन कर रहे चीनी विमान, भारत ने सैन्य कमांडर की मीटिंग में जताया कड़ा ऐतराज
LAC: सैन्य कमांडर की मीटिंग में भारत के कमांडर्स ने चीनी सेना से लाइन ऑफ कंट्रोल यानि एलएसी के करीब विमानों को उड़ाने पर नाराजगी जताई.
![India-China Talks: LAC की एयर-स्पेस का उल्लंघन कर रहे चीनी विमान, भारत ने सैन्य कमांडर की मीटिंग में जताया कड़ा ऐतराज Chinese aircraft are violating the air-space of LAC India expressed strong objection in meeting of the military commander ANN India-China Talks: LAC की एयर-स्पेस का उल्लंघन कर रहे चीनी विमान, भारत ने सैन्य कमांडर की मीटिंग में जताया कड़ा ऐतराज](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/08/05/c7916b12fd4c7557a7c22fcd4bca8bcf1659709544_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
India-China: युद्धाभ्यास की आड़ में ताइवान (Taiwan) को हड़पने की फिराक में चीन एलएसी (LAC) पर भी अपनी हरकतों से बाज़ नहीं आ रहा है. पिछले डेढ़ महीने से चीन (China) के फाइटर जेट और हेलीकॉप्टर एलएसी (LAC) की एयर-स्पेस का उल्लंघन कर रहे हैं. कई बार भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने फॉरवर्ड एयर-बेस से स्क्रैमबल कर चीनी एयरक्राफ्ट को खदेड़ा है. भारत (India) ने ड्रैगन (China) की इन हरकतों को लेकर आधिकारिक तौर से ऐतराज भी जताया है, लेकिन चीन (China) की अपनी करतूतों से बाज नहीं आ रहा है.
जानकारी के अनुसार, मंगलवार को भारत और चीन के सैन्य कमांडर्स की एक अहम बैठक पूर्वी लद्दाख से सटी एलएसी पर हुई. खास बात ये है कि इस बैठक में थलसेना के एक मेजर-जनरल रैंक के अधिकारी समेत भारतीय वायुसेना के एक कमांडर रैंक के अधिकारी भी शामिल हुए. सूत्रों के अनुसार, इस बैठक में भारत के कमांडर्स ने चीनी सेना से लाइन ऑफ कंट्रोल यानि एलएसी के करीब विमानों को उड़ाने पर नाराजगी जताई. साथ ही कड़ा संदेश भी दिया कि अगर चीन की तरफ से उकसावे वाली कार्रवाई जारी रही तो भारत की तरफ से भी जवाबी कार्रवाई की जा सकती है.
LAC पर ड्रैगन का एक के बाद एक करके कई युद्धाभ्यास
दरअसल, जून महीने के आखिरी हफ्ते से चीन की सेना पूर्वी लद्दाख से सटी एलएसी पर एक के बाद एक युद्धाभ्यास कर रही है. हालांकि, एलएसी पर सर्दियों के मौसम से पहले दोनों देशों की सेनाएं मिलिट्री एक्सरसाइज हर साल करती आई हैं, लेकिन जून के महीने से चीन के लड़ाकू विमान एलएसी के बेहद करीब उड़ान भर रहे हैं. चीन के फाइटर जेट एलएसी की एयर-स्पेस का उल्लंघन कर रहे हैं. भारत के लिए ये चिंता का विषय है. सूत्रों की मानें तो भारतीय वायुसेना ने भी एलएसी से सटे अपने फॉरवर्ड एयर-बेस को अलर्ट पर कर दिया है. एयर-स्पेस के उल्लंघन के दौरान भारत के मिराज-2000 और मिग-29 फाइटर जेट ने स्क्रैमबल कर चीनी लड़ाकू विमानों को खदेड़ा भी है.
भारत ने मीटिंग में चीन से कड़ा ऐतराज जताया
बता दें कि भारत और चीन के बीच एलएसी की एयर-स्पेस को लेकर एक अलिखित समझौता है, जिसके तहत दोनों देशों के फाइटर जेट एलएसी के 10 किलोमीटर के दायरे में उड़ान नहीं भर सकते हैं. हेलीकॉप्टर के लिए दायरा 5 किलोमीटर का है. अगर किसी आपात स्थिति में किसी बीमार या घायल सैनिक को एयर-लिफ्ट करने के लिए हेलीकॉप्टर एलएसी के करीब आता है तो इस बारे में दूसरे देश की सेना को सूचित करना होता है, लेकिन पिछले एक-डेढ़ महीने से चीन ऐसा नहीं कर रहा है. यही वजह है कि भारत ने मंगलवार की मीटिंग में चीन से कड़ा ऐतराज जताया.
चीन स्वदेशी हेलीकॉप्टर्स तैनात कर रहा
जानकारी के अनुसार, पिछले हफ्ते ही चीन (China) की पीएलए-सेना (PLA Army) की एविएशन ब्रिगेड (Aviation Army) ने भी एलएसी (LAC) के बेहद करीब एक बड़ी एक्सरसाइज की थी. ये चीन की 84 आर्मी एविएशन ब्रिगेड है जो शिनजियांग मिलिट्री डिस्ट्रिक्ट का हिस्सा है. खास बात तो ये है कि इस ब्रिगेड के पास अभी तक रूस से लिए गए एमआई-171 ई हेलिकॉप्टर (Helicopter) थे, लेकिन अब चीन के अटैक हेलिकॉप्टर जेड-10 और ट्रांसपोर्ट हेलीकॉप्टर जेड-20 भी यहां तैनात कर दिए गए है. अभ्यास के दौरान चीन अपने स्वदेशी हेलीकॉप्टर्स को एलएसी के करीब लाकर अपने पायलट को हाई-ऑल्टिट्यूड इलाके में खास परीक्षण देने में जुटा है. जानकारी के अनुसार, इस एविएशन ब्रिगेड से चीनी सेना अपने हेलीकॉप्टर (Helicopter) से गलवान घाटी, पैंगोंग-त्सो और स्पैंगुर-लेक यानि चुशुल मोल्डो के इलाके तक में पीएलए सेना (PLA Army) को आसानी से सपोर्ट पहुंचा सकती है. पर्याप्त इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने के बाद चीन इस साल एलएसी के पास एग्रेसिव-एक्सरसाइज को अंजाम दे रहा है.
यह भी पढ़ेंः
Bengal SSC Scam: अर्पिता मुखर्जी के पास मिले कैश को लेकर बोले पार्थ चटर्जी, 'पैसे मेरे नहीं हैं'
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)