Chinese Ambassador in India: भारत और चीन के रिश्ते पिछले कुछ सालों से तनावपूर्ण रहे हैं, जिसका असर राजनयिक व्यवस्थाओं पर भी पड़ा है. यही वजह है कि लगभग 18 महीने बाद भारत में चीन के राजदूत अपना कार्यभार संभालने पहुंचे हैं. चीन ने शू फीहोंग को नई दिल्ली में अपना राजदूत नामित किया था, जो अपनी पत्नी टैन युक्सियू के साथ शुक्रवार (10 मई) को भारत पहुंचे हैं. वह ऐसे समय में भारत आए हैं, जब बीजिंग के साथ सीमा पर तनाव बरकरार है. 


भारत में चीन के राजदूत का पद करीब 18 महीने से खाली था, जो चार दशकों में सबसे लंबा अंतराल है. शू फीहोंग ने कहा कि चीन एक-दूसरे की चिंताओं को समझने और बातचीत के माध्यम से 'विशिष्ट मुद्दों' का पारस्परिक रूप से स्वीकार्य समाधान खोजने के लिए भारत के साथ काम करने को तैयार है. उन्होंने पूर्वी लद्दाख में लंबे समय से जारी भारत-चीन सैन्य गतिरोध के बीच यह बात कही है. फीहोंग अफगानिस्तान और रोमानिया में चीन के राजदूत रह चुके हैं.


भारत-चीन दोस्ती को प्रगाढ़ बनाने के लिए करूंगा काम: चीनी राजदूत


चीनी राजदूत ने भारत में राजदूत बनाए जाने को बेहद ही जरूरी ड्यूटी करार दिया. उन्होंने कहा, "यह एक सम्मानजनक मिशन और महत्वपूर्ण ड्यूटी है. मैं दोनों देशों के बीच समझ और दोस्ती को प्रगाढ़ बनाने, विभिन्न क्षेत्रों में आदान-प्रदान और सहयोग बढ़ाने और द्विपक्षीय संबंधों को बेहतर बनाने व आगे ले जाने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करूंगा. "


60 वर्षीय फीहोंग ने कहा कि चीन एक-दूसरे की चिंताओं को समझने करने, शीघ्र बातचीत के माध्यम से विशिष्ट मुद्दों का पारस्परिक रूप से स्वीकार्य समाधान खोजने और जितनी जल्दी हो सके स्थिति बदलने के लिए भारत के साथ काम करने को तैयार है. चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने उन्हें हाल ही में भारत में 17वें चीनी राजदूत के तौर पर नियुक्त किया था. 


सीमा तनाव के बीच भारत आए फीहोंग


भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने गुरुवार को कहा था, "चीन में हमारे राजूदत हैं और यहां पर चीन के नए राजदूत आ रहे हैं. ये एक नॉर्मल रूटीन है, ताकि आदान-प्रदान चलता रहे." भारत और चीन के बीच मई 2020 से ही पूर्वी लद्दाख में सीमा पर तनाव बरकरार है. जून 2020 में हुई गलवान घाटी झड़प के बाद से रिश्ते और भी ज्यादा रिश्ते खराब हुए हैं. सीमा विवाद सुलझाने के लिए 20 दौर की सैन्य वार्ता भी हो चुकी है. सीमा पर दोनों तरफ हजारों सैनिक तैनात है. ऐसे में फीहोंग का पहला काम रिश्ते सुधारना ही होने वाला है.


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