नई दिल्ली: चीन सरकार ने कैलाश मानसरोवर यात्रा के दौरान मानसरोवर झील में डुबकी लगाने पर रोक लगा दी है. चीन सरकार ने इसके पीछे सर्द मौसम से यात्रियों को बचाने की दलील दी है. पिछले हफ्ते दिल्ली के तीर्थ यात्री रोशन लाल गोयल (55 साल) की डुबकी लगाने के दौरान मौत हो गई थी. रोशन लाल एक निजी यात्री समूह के साथ कैलाश मानसरोवर ती यात्रा पर गए थे. भारत सरकार की ओर से कराई जा रही यात्रा जून से शुरू होगी.


समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक कैलाश मानसरोवर यात्रा पर गए लोगों ने शिकायत की है कि चीनी अधिकारी उन्हें मानसरोवर झील में पवित्र डुबकी नहीं लगाने दे रहे हैं. सरकार की उपलब्धियां गिनाने आईं विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से भी इसे लेकर सवाल पूछा गया. विदेश मंत्री ने कहा, ''मुझे एक ट्वीट के जरिए किसी ने बताया कि वो मानसरोवर यात्रा पर गए और उन्हें मानसरोवर झील में डुबकी नहीं लगाने दी गई. ऐसा नहीं है, वहां पर एक निश्चित स्थान है जहां पर आप डुबकी लगा सकते हैं. आप झील में कहीं भी डुबकी नहीं लगा सकते.''


जून से सितंबर के बीच भारत सरकार कैलाश मानसरोवर यात्रा का आयोजन करती है. चीन ने इस साल मानसरोवर यात्रा के लिए नाथू ला दर्रे को खोला है. पिछले साल नाथू ला दर्रा बंद था, जिससे यात्रियों को परेशानी हुई थी. इस रास्से से जाने वाले श्रद्धालुओं को कम परेशानी का सामना करना पड़ा है. 20 दिन पहले विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इसकी जानकारी दी थी.


इस साल जून में शुरू होने वाली यात्रा में एक हजार 580 तीर्थयात्री कैलाश मानसरोवर की यात्रा करेंगे. इस यात्रा के लिए 18 बैच बने हैं, हर बैच में 60 तीर्थयात्री होंगे जो लिपुलेख दर्रे से जाएंगे. वहीं 10 बैच जिसमें हर बैच में 50 तीर्थयात्री होंगे, वे नाथू ला दर्रे से यात्रा पर जाएंगे.