चीन के विदेश मंत्री ने की लद्दाख में सेना के पीछे हटने की पुष्टि, कहा-तनाव घटाने के लिए उठाए जा रहे हैं कदम
बता दें कि चीन का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब पेइचिंग ने भारत के चौतरफा दबाव के आगे झुकते हुए गलवान घाटी में संघर्ष वाली जगह से 1.5 किलोमीटर अपने सैनिकों को पीछे हटा लिया है.
नई दिल्ली: लद्दाक की गलवान घाटी में चीन की सेना के साथ हुई हिंसक झड़प के बाद से ही दोनों देशों को बीच तनाव की स्थिति बनी हुई है. अब हालांकि चीन की सेना पीछे हट गई है. पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में चीन ने 1.5 से 2 किमी तक अपने टैंट पीछे कर लिए हैं. चीन के विदेश मंत्री झाओ लिजियान ने कहा है कि चीन और भारत के बीच तीसरे कमांडर स्तर की वार्ता हुई और अब तनाव को घटाने की दिशा में प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं.
गलवान घाटी में विवाद के बिन्दु से चीन के पीछे हटने की खबरों के बारे में पूछे जाने पर झाओ ने कहा, ‘‘अग्रिम मोर्चे पर तैनात सैनिक पीछे हटने और तनाव कम करने के लिए प्रभावी कदम उठा रहे हैं और इस दिशा में प्रगति हुई है.’’उन्होंने कहा कि चीनी और भारतीय पक्ष ने 30 जून को कमांडर स्तर की वार्ता की और दोनों पक्ष बातचीत के पहले दो दौर में बनी सहमति को क्रियान्वित करने के लिए लगातार काम कर रहे हैं.
झाओ ने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि भारतीय पक्ष चीन की तरफ हाथ बढ़ाएगा और ठोस कार्रवाई के माध्यम से सहमित को क्रियान्वित करेगा. सीमावर्ती क्षेत्रों में तनाव कम करने के लिए सैन्य तथा कूटनीतिक तंत्रों के माध्यम से करीबी संपर्क जारी रखेगा.’’
बता दें कि चीन का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब पेइचिंग ने भारत के चौतरफा दबाव के आगे झुकते हुए गलवान घाटी में संघर्ष वाली जगह से 1.5 किलोमीटर अपने सैनिकों को पीछे हटा लिया है.
China & India have made progress coming up with effective measures for frontline troops to disengage & deescalate the border situation at the 3rd commander-level talks between the two militaries on June 30: China's Global Times quotes Chinese Foreign Ministry Spox Zhao Lijian pic.twitter.com/UzuWb3gcBk
— ANI (@ANI) July 6, 2020
अजित डोभाल ने की चीन के विदेश मंत्री से बात
इस बीच राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल ने चीन के विदेश मंत्री वांग यी से बातचीत की. यह बातचीत वीडियो कॉल के जरिए रविवार को हुई. न्यूज़ एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि बातचीत सौहार्दपूर्ण रही. डोभाल और वांग यी के बीच क्षेत्र में शांति बनाए रखने भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए एक साथ काम करने को लेकर बातचीत हुई. दोनों के बीच बातचीत ऐसे समय में हुई है जब चीन की सेना गलवान घाटी के कुछ हिस्सों से तंबू हटाते और पीछे हटती दिखी है. सरकारी सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी. क्षेत्र में सैनिकों के पीछे हटने का यह पहला संकेत है.