नौसेना प्रमुख ने कहा- मालदीव का झुकाव चीन की तरफ ज्यादा
हालांकि , लांबा ने कहा कि मालदीव एक्सक्लुसिव इकोनॉमिक जोन (ईईजेड) की गश्ती भारतीय नौसेना ने शुरू कर दी है और भारत इस द्वीपसमूह के साथ काम करना जारी रखेगा.
नई दिल्ली: नौसेना प्रमख एडमिरल सुनील लांबा ने आज कहा कि मालदीव भारत के लिए ‘ चुनौती ’ है क्योंकि इस देश की मौजूदा सरकार का झुकाव चीन की तरफ ज्यादा है. उन्होंने इस बयान के जरिए संकेत दिया है कि नई दिल्ली और मालदीव के बीच स्थिति अब भी सामान्य के स्तर तक नहीं पहुंची है.
हालांकि , लांबा ने कहा कि मालदीव एक्सक्लुसिव इकोनॉमिक जोन (ईईजेड) की गश्ती भारतीय नौसेना ने शुरू कर दी है और भारत इस द्वीपसमूह के साथ काम करना जारी रखेगा.
उन्होंने कहा कि भारत , अमेरिका , ऑस्ट्रेलिया और जापान के समूह से सैन्य आयाम को जोड़ने की कोई जरूरत नहीं है.
विवेकानंद फाउंडेशन इंटरनेशनल के एक कार्यक्रम में एक प्रश्न के जवाब में लांबा ने कहा , “ मालदीव इस समय चुनौती है. मालदीव की मौजूदा सरकार का झुकाव चीन की तरफ ज्यादा है. संविधान से छेड़छाड़ की गई है और यहां के कुछ द्वीपों को विकास के लिए चीन को दे दिया गया है. ”
भारत ने मालदीव की अब्दुल्ला यामीन सरकार की आलोचना 45 दिन तक आपातकाल लगाने के लिए की थी , जिसके बाद दोनों देशों के बीच का संबंध कमजोर हो गया है.
मालदीव में इस संकट के समय भारत ने यहां के विपक्षी पार्टियों द्वारा द्वीप में सैन्य हस्तक्षेप से संबधित मांग पर ध्यान नहीं दिया था.