Chinese Manjha Ban: देश की राजधानी दिल्ली में पतंगबाजी पर प्रतिबंध लगाने को लेकर दाखिल अर्जी पर दिल्ली हाई कोर्ट ने दिल्ली पुलिस से जवाब मांगा है. गुरुवार को दिल्ली हाई कोर्ट ने दिल्ली पुलिस से पूछा कि इस दिशा में कदम उठाने के लिए उन्होंने क्या किया है? वहीं अब दिल्ली हाई कोर्ट शुक्रवार को इस मामले की सुनवाई करेगा.
मांझे से दुर्घटना होने पर अपराधी को पकड़ना असंभव
दरअसल, पतंग के मांझे से होने वाली दुर्घटनाओं को लेकर दिल्ली हाई कोर्ट में वकील संशेर सिंह ने ये याचिका दाखिल की है. याचिका में कहा गया है कि पतंग की डोर से होने वाली दुर्घटनाओं के कारण कई लोग और पक्षी मारे गए हैं. साथ ही इससे कई लोग घायल हो गए, ऐसी दुर्घटनाएं नियमित रूप से हो रही हैं. पतंगबाजी से दिल्ली निवासियों और पक्षियों का जीवन और सुरक्षा खतरे में है. पतंगों को उड़ाने, बनाने, बेचने-खरीदने, भंडारण और परिवहन पर पूर्ण प्रतिबंध और पतंग बनाने और उड़ाने में उपयोग की जाने वाली वस्तुओं के निर्माण पर रोक एकमात्र समाधान है. क्योंकि कुछ मामलों में पतंग के मांझे से दुर्घटना होने पर जिम्मेदार अपराधी को पकड़ना काफी असंभव है.
दिल्ली में चीनी मांझा बेचना प्रतिबंधित
बता दें कि दिल्ली में चीनी मांझा बेचना प्रतिबंधित है. यह सुनिश्चित करते हुए दिल्ली के कई इलाकों में लगातार छापेमारी कर उन्हें गिरफ्तार किया जा रहा है. पिछले दिनों (27 जुलाई) को दिल्ली के रोहिणी सेक्टर-3 निवासी 30 वर्षीय सुमित रंगा हैदरपुर फ्लाईओवर से अपनी मोटरसाइकिल से गुजर रहे थे तभी चीनी मांझे से उनकी गर्दन कट गई. अस्पताल ले जाते हुए सुमित रंगा की मौत हो गई थी. दरअसल 15 अगस्त की वजह से दिल्ली में चीनी मांझे की बिक्री काफी बढ़ जाती है.