बीजिंग: पूर्वी लद्दाख में सैनिकों के बीच खूनी झड़प के बाद भारत के साथ-साथ चीन में गर्मागमी है. चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन का कहना है कि दोनों देशों के सैनिकों के बीच झड़प चीनी सीमा में हुई. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि विवाद को कूटनीतिक और सैन्य स्तर पर बातचीत से सुलझाने की कोशिश की जा रही है. हम इस विवाद को और नहीं बढ़ाना चाहते हैं.
चीनी प्रवक्ता ने कहा, हम कूटनीतिक और मिलिट्री चैनल के जरिए संवाद कर रहे हैं. इस मामले में सही और गलत बिल्कुल साफ है, ये घटना वास्तविक नियंत्रण रेखा के चीन की तरफ हुई और इसके लिए चीन को दोष नहीं देना चाहिए.
भारतीय रक्षा मंत्रालय ने क्या कहा
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि राष्ट्र उनकी बहादुरी और बलिदान को कभी नहीं भूलेगा. मेरी संवेदनाएं जान गंवाने वाले सैनिकों के परिवारों के साथ हैं. राष्ट्र इस कठिन घड़ी में उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है. हमें भारत के बहादुरों की बहादुरी और साहस पर गर्व है.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि गलवान में सैनिकों की क्षति परेशान करने वाली और दर्दनाक है. हमारे सैनिकों ने अनुकरणीय साहस और वीरता का प्रदर्शन किया और भारतीय सेना की सर्वोच्च परंपराओं में अपने जीवन का बलिदान दिया.हम सैनिकों का बलिदान कभी नहीं भूलेंगे, शहीदों के परिवार के साथ पूरा देश खड़ा है.
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