Morbi Bridge Collapse: मोरबी हादसे पर चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग ने जताया दुख, राष्ट्रपति और पीएम को भेजा शोक संदेश
चीन की सरकार और जनता की ओर से शी जिनपिंग ने लोगों की मौत पर गहरा शोक जताया है और उनके परिजनों और घायलों के प्रति संवेदना प्रकट की.
एजेंसी के मुताबिक, ‘‘चीन की सरकार और जनता की ओर से शी जिनपिंग ने लोगों की मौत पर गहरा शोक जताया है और उनके परिजनों और घायलों के प्रति संवेदना प्रकट की है.’’
चीन के अन्य नेताओं ने भी शोक जताया
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के अलावा चीन के प्रधानमंत्री ली क्विंग ने भी प्रधानमंत्री मोदी को शोक संदेश भेजा. चीन के स्टेट काउंसलर और विदेश मंत्री वांग यी ने भी अपने भारतीय समकक्ष एस जयशंकर को मोरबी में हुए हादसे को लेकर शोक संदेश भेजा है. वांग ने हादसे में हुई मौतों को लेकर संवेदना व्यक्त की है और पीड़ित परिवारों व घायलों के प्रति सहानुभूति प्रकट की है.
जो बाइडेन ने भी जताया था दुख
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इस हादसे को लेकर कहा था कि, "आज हमारा दिल भारत के साथ है. पूरा अमेरिका गुजरात के लोगों के शोक में उनके साथ है और उन परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं, जिन्होंने पुल टूटने के चलते अपने प्रियजनों को खो दिया. अमेरिका और भारत अपरिहार्य साझेदार हैं, हमारे नागरिकों के बीच गहरे संबंध हैं. इस कठिन घड़ी में हम भारतीयों के साथ खड़े रहेंगे और उनका समर्थन करना जारी रखेंगे."
यूनाइटेड नेशन के महासचिव का संदेश
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने भी गुजरात के मोरबी शहर में हुए पुल हादसे पर गहरा शोक जताया और कहा कि "पीड़ितों और घायलों के परिवारों के प्रति संवेदना है. गुतारेस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने सोमवार को एक बयान जारी कर कहा, “गुजरात के मोरबी में पुल के गिरने की दुखद खबर से महासचिव बेहद दुखी हैं.” बयान में कहा गया है कि गुतारेस ने पीड़ितों के परिजनों, साथ ही भारत सरकार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की.
मोरबी नदी की घटना
सौराष्ट्र क्षेत्र के मोरबी शहर में बने एक सदी से भी अधिक पुराने पुल को व्यापक मरम्मत और नवीनीकरण के बाद पांच दिन पहले ही आम लोगों के लिए फिर से खोला गया था. रविवार शाम को इस पर भीड़ अधिक होने के कारण पुल टूट गया और हादसे में अब तक 135 लोगों की मौत हो चुकी है.
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