Long March 2-C: अचानक आसमान से रिहायशी इलाके में गिरा सैटेलाइट को लेकर जा रहा रॉकेट और फिर...
China-France Rocket Launch: चीनी अफसरों ने मिशन को सफल घोषित किया है. उन्होंने बताया कि यह सैटेलाइट सफलतापूर्वक कक्ष में पहुंचा है. इसका मकसद गामा-रे विस्फोटों सहित खगोलीय घटनाओं का अध्ययन करना है.
Chinese Rocket Falls Back on Earth: चीन और फ्रांस की ओर से शनिवार (22 जून 2024) को संयुक्त रूप से लॉन्ट सैटेलाइट को ले जा रहे लॉन्ग मार्च 2-सी रॉकेट का एक हिस्सा धरती पर गिर गया. यह हिस्सा रिहायशी इलाके के पास गिरा और इसमें फौरन विस्फोट हो गया. इसके गिरने के बाद इलाके में हड़कंप मच गया.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, स्पेस वैरिएबल ऑब्जेक्ट्स मॉनिटर (एसवीओएम) नामक उपग्रह के साथ अंतरिक्ष यान ने 22 जून (स्थानीय समय) को तड़के 3.00 बजे शिचांग सैटेलाइट लॉन्च सेंटर से उड़ान भरी थी. उड़ान भरने के कुछ ही समय बाद, रॉकेट का एक हिस्सा, जिसे बूस्टर कहा जाता है, धरती पर वापस गिर गया.
जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे लोग
सोशल मीडिया पर इस घटना का वीडियो भी वायरल हो रहा है. इसमें रॉकेट आबादी वाले इलाके में गिरते दिख रहा है. इसके गिरने के बाद लोग घबरा जाते हैं. वीडियो में लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर भागते भी दिख रहे हैं.
🙀 Behind the scenes of SVOM launch https://t.co/Fcc0OAY3ac pic.twitter.com/5fiM4oz2GY
— China 'N Asia Spaceflight 🚀𝕏 🛰️ (@CNSpaceflight) June 22, 2024
🚀 Liftoff at 07:00UTC on June 22, Long March 2C launched Space Variable Objects Monitor (SVOM) X-ray telescope from Xichang. https://t.co/rFJyvrWiUo pic.twitter.com/mgf7jkgdG4
— China 'N Asia Spaceflight 🚀𝕏 🛰️ (@CNSpaceflight) June 22, 2024
कुछ लोगों ने स्वास्थ्य को लेकर जताई चिंता
लॉन्ग मार्च 2सी में नाइट्रोजन टेट्रॉक्साइड और अनसिमेट्रिकल डाइमेथिलहाइड्राजिन (यूडीएमएच) का हाइपरगोलिक मिश्रण इस्तेमाल किया जाता है, जो मनुष्यों के लिए जहर की तरह होता है. इंटरनेट पर कई लोगों ने घटना के बाद टॉक्सिक पदार्थों के सांस के माध्यम से शरीर में जाने पर चिंता व्यक्त की.
चीन ने कहा- नहीं पड़ा कोई असर, मिशन सफल
हालांकि, चीनी अधिकारियों ने मिशन को सफल घोषित किया है. उन्होंने पुष्टि की है कि सैटेलाइट, जो तारों के सबसे दूर के विस्फोटों का अध्ययन करने के लिए अब तक का सबसे शक्तिशाली उपग्रह है, सफलतापूर्वक कक्ष में पहुंच गया है.
इस खास मकसद से किया गया है लॉन्च
चीन के राष्ट्रीय अंतरिक्ष प्रशासन के अनुसार, सैटेलाइट का मकसद गामा-रे विस्फोटों सहित खगोलीय घटनाओं का अध्ययन करना है. रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, यह खगोलीय खोजों को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकता है. यह चीन और फ्रांस द्वारा संयुक्त रूप से विकसित पहला एस्ट्रोनॉमी सैटेलाइट है, जो स्पेस और लूनर एक्सप्लोरेशन में बीजिंग की बढ़ती ताकत को उजागर करता है. इसने यूरोपीय और एशियाई भागीदारों के बीच भी सहयोग को आकर्षित किया है.
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