Indian Navy: चीन का 'जासूसी जहाज' हिंद महासागर क्षेत्र से निकला बाहर, इंडियन नेवी कर रही थी मॉनिटर
Indian Navy News: नौसेना के सूत्र ने कहा कि लंबी दूरी के निगरानी ड्रोन और समुद्री गश्ती विमान सहित भारतीय नौसेना पोत की ओर से लगातार इसकी निगरानी की जा रही थी.
India-China Navy News: अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में भारत और चीन के सैनिकों की झड़प के बीच चीन को लेकर एक और खबर आ रही है. कुछ दिन पहले हिंद महासागर क्षेत्र (IOR) में प्रवेश करने वाला चीन का 'जासूसी जहाज' युआंग वांग-5 (Yang Wang-5) अब इस क्षेत्र से बाहर निकल गया है. न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, इंडियन नेवी के सूत्र ने मंगलवार (13 दिसंबर) को कहा कि लंबी दूरी के निगरानी ड्रोन और समुद्री गश्ती विमान सहित भारतीय नौसेना पोत की ओर से लगातार इस जहाज की निगरानी की जा रही थी.
माना जाता है कि चीनी जासूसी जहाज युआंग वांग-5 बैलिस्टिक मिसाइलों और सैटेलाइट ट्रैकिंग पर नजर रखने वाले उपकरणों से लैस है. भारत जहाज की जासूसी गतिविधियों को लेकर चिंता जताता रहा है. पीटीआई ने 6 दिसंबर को बताया था कि युआंग वांग-5 ने भारत के समुद्री क्षेत्र में प्रवेश किया है.
भारतीय नौसेना ने रखी पैनी नजर
भारतीय नौसेना चीनी बैलिस्टिक मिसाइल और उपग्रह ट्रैकिंग जहाज की आवाजाही पर नजर रख रही है. चीन की ओर से आईओआर में अपने अनुसंधान जहाजों की तैनाती बढ़ाने के प्रयास किए गए हैं. बीते अगस्त के महीने में श्रीलंका के हंबनटोटा बंदरगाह पर इस जहाज के डॉकिंग ने भारत और श्रीलंका के बीच एक राजनयिक विवाद पैदा कर दिया था. चीनी शोध जहाज छह दिनों की विवादास्पद यात्रा के बाद 22 अगस्त को श्रीलंकाई जलक्षेत्र से रवाना हो गया था.
नौसेना प्रमुख ने दिया था बयान
नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि भारतीय नौसेना हिंद महासागर के सभी घटनाक्रमों पर कड़ी नजर रख रही है, जिसमें चीनी नौसेना के जहाजों की आवाजाही भी शामिल है, जो इस क्षेत्र में काम करते हैं. उन्होंने कहा था कि बहुत सारे चीनी जहाज हैं जो हिंद महासागर क्षेत्र में काम करते हैं. हम सभी घटनाक्रमों पर कड़ी नजर रखते हैं. उन्होंने कहा कि हिंद महासागर क्षेत्र (आईओआर) में लगभग 60 अन्य अतिरिक्त क्षेत्रीय बल हमेशा मौजूद रहते हैं.
तवांग में हुई है झड़प
अरुणाचल प्रदेश के तवांग (Tawang) में भारत और चीन के सैनिकों के बीच 9 दिसबंर को हुई झड़प के बाद भारत की तीनों सेनाएं मुस्तैद हैं. भारतीय वायुसेना ने तवांग के क्षेत्र में अपने लड़ाकू विमानों की उड़ानों की संख्या बढ़ा दी है. जबकि थलसेना भी चौकस है. वहीं इंडियन नेवी (Indian Navy) भी अपने समुद्र क्षेत्र में लगातार निगरानी कर रही है. तवांग में हुई झड़प में दोनों देशों के सैनिक घायल हुए हैं. हालांकि इनमें चीनी सैनिकों की संख्या अधिक है. 2020 में गलवान में झड़प के बाद दोनों देशों के बीच इस तरह की पहली झड़प हुई है. भारतीय सेना ने इस बार भी चीनी आर्मी को करारा जवाब दिया है.
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