पिछले महीने चीन के 100 सैनिकों के उत्तराखंड में घुसकर तोड़फोड़ का दावा, ओवैसी ने मोदी सरकार पर किया हमला
भारत में चीन की घुसपैठ से जुड़ी बड़ी खबर सामने आयी है. वहीं इस मुद्दे को लेकर असदुद्दीन ओवैसी ओवैसी ने मोदी सरकार पर हमला बोला है.
नई दिल्ली: चीन की घुसपैठ से जुड़ी बड़ी खबर सामने आयी है. AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने बड़ा दावा करते हुए केंद्र सरकार को घेरा है.असदुद्दीन ओवैसी ओवैसी ने एक अंग्रेजी अखबार का हवाला देते हुए दावा किया है कि करीब सौ की संख्या में चीनी सैनिकों ने भारतीय सीमा में घुसपैठ करके तोड़फोड़ की है. दावा है कि चीनी सैनिकों ने पिछले महीने उत्तराखंड के बाराहोती इलाके में घुसपैठ की और कुछ घंटे के बाद वापस चले गए.
असदुद्दीन ओवैसी ओवैसी ने सरकार पर हमला करते हुए ट्वीट किया, ''चीन के सौ सैनिक उत्तराखंड में घुसे और तोड़फोड़ करने के बाद वापस चले गए. चीन ने लद्दाख में जमीन पर कब्जा किया है, सिक्किम में घुसपैठ की और अब उत्तराखंड की ये घटना. मोदी सरकार की नाकामी की वजह से चीन हमपर पूरे विश्वास के साथ हमला कर रहा है. अब पीएम मोदी किस एप पर बैन लगाएंगे ?''
सरकार की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं
भारतीय सेना या सरकार की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है लेकिन सूत्रों का कहना है कि 30 अगस्त को चीन के सौ सैनिकों ने घुसपैठ की और कुछ घंटे के बाद वापस चले गए. जवाब में ITBP के जवानों ने उस इलाके में गश्त भी की. सूत्रों का कहना है कि उत्तराखंड के बाराहोती में उल्लंघन की मामूली घटनाएं होती रहती हैं लेकिन चीनी सैनिकों की बड़ी संख्या में घुसपैठ पर अधिकारी हैरान हैं.
समाचार एजेंसी भाषा के मुताबिक चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के करीब 100 सैनिक वास्तविक नियंत्रण रेखा का उल्लंघन कर पिछले महीने उत्तराखंड के बाराहोती सेक्टर में घुस आए थे. सूत्रों ने यह जानकारी दी. सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि यह घटना 30 अगस्त की है और चीनी सैनिक कुछ घंटे बाद वापस लौट गए. भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के जवान इस क्षेत्र में तैनात हैं.
चीनी सैनिकों की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं
सूत्रों ने बताया कि जवाबी रणनीति के तहत भारतीय सैनिकों ने क्षेत्र में गश्त की. चीनी सैनिकों के भारतीय सीमा में आने को लेकर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं मिली है. यह घटना ऐसे समय में सामने आयी है जब पूर्वी लद्दाख के कई बिंदुओं पर भारत और चीन के बीच गतिरोध जारी है.
सूत्रों ने बताया कि दोनों पक्षों द्वारा एलएसी के बारे में अलग-अलग धारणाओं के कारण बाराहोती में मामूली उल्लंघन की घटनाएं हो रही हैं. हालांकि, भारतीय अधिकारियों को 30 अगस्त की घटना के दिन सीमा पार आने वाले चीनी सैनिकों की संख्या को लेकर आश्चर्य हुआ.