सलमान खान और लॉरेंस बिश्नोई की दुश्मनी की वजह 26 साल पुराना चिंकारा शिकार मामला है. उस वक्त सलमान खान पर चिंकारा और काले हिरण के शिकार के आरोप लगे थे. तो लॉरेंस बिश्नोई किसकी हत्या का बदला लेने के लिए सलमान खान की जान का प्यासा है? दोनों मामले राजस्थान के हैं और एक ही समय के हैं. चिंकारा भी हिरण की ही एक प्रजाति है जो रेगिस्तानी इलाकों में पाई जाती है.


साल 1998 में सलमान खान, नीलम, सैफ अली खान, तब्बू, सोनाली बेंद्र और पूरी कास्ट फिल्म 'हम साथ साथ हैं' की शूटिंग के लिए राजस्थान में थी. उस दौरान अलग-अलग पुलिस स्टेशन में 2 चिंकारा और 3 काले हिरण के शिकार के लिए अलग-अलग पुलिस थानों में तीन एफआईआर दर्ज हुईं. इनमें सलमान खान के साथ सैफ अली खान, नीलम, तब्बू और सोनाली बेंद्रे का भी नाम सामने आया था. इसके अलावा, लाइसेंस खत्म होने के बाद भी रायफल रखने का एक और मामला सलमान खान के खिलाफ दर्ज हुआ था.


चिंकारा के शिकार का मामला 27-28 सितंबर 1998 की रात जोधपुर के घोड़ा फार्म और भवाद का है, जिसमें दो चिंकारा के शिकार के लिए दो अलग-अलग मामले दर्ज किए गए. 1 अक्टूबर को कांकाणी गांव में तीन काले हिरणों के शिकार का आरोप लगा, जिसके लिए एक एफआईआर दर्ज हुई और चौथा मामला आर्म्स एक्ट के तहत दर्ज किया गया. इस तरह सलमान खान पर कुल 4 मामले दर्ज किए गए.


इन चारों मामलों में जो अब तक सलमान खान का पीछा नहीं छोड़ रहा, वो है काले हिरण का मामला. काले हिरण की हत्या का बदला लेने के लिए बिश्नोई समाज से ताल्लुक रखने वाला गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई उनकी जान का प्यासा है. इस केस की वजह से सलामन जेल भी चले गए, सजा भी भुगत ली, लेकिन लॉरेंस बिश्नोई को यह काफी नहीं लगता. 12 अक्टूबर, 1998 को सलमान पहली बार जेल गए और पांच दिन बाद उन्हें रिहाई मिल गई. 


17 फरवरी 2006 को सीजेएम कोर्ट ने उन्हें दोषी करार दिया और एक साल की सजा सुनाई. हालांकि, उन्हें उसी दिन बरी कर दिया गया. इसके बाद दूसरे मामले में 10 अप्रैल, 2006 को दोषी ठहराया गया और 5 साल की सजा सुनाई गई. इसके बाद 5 अप्रैल 2018 को काला हिरण शिकार मामले में सलमान खान को दोषी करार देते हुए 5 साल की सजा सुनाई गई और उन्हें जोधपुर की सेंट्रेल जेल भेज दिया गया. हालांकि, दो दिन बाद उन्हें 50 हजार रुपये के मुचलके के साथ जमानत मिल गई. इस केस में सैफ, नीलम, तब्बू, दुष्यंत सिंह और सोनाली बेंद्रे का नाम शिकार के लिए सलमान खान को उकसाने के लिए आया था. हालांकि, उन्हें कोर्ट ने बरी कर दिया था.


लॉरेंस बिश्नोई की नाराजगी काले हिरण के शिकार की वजह से है. बिश्नोई समाज काले हिरण की पूजा करता है. काले हिरण और चिंकाराओं का बिश्नोई समाज से गहरा रिश्ता है, जिसकी वजह से लॉरेंस बिश्नोई इतना खफा है कि कई बार खुले तौर पर सलमान खान को जान की धमकियां दे चुका है. हालांकि, उसने यह भी कहा है कि अगर सलमान खान बिश्नोई समाज के मुक्ति धाम मुकाम मंदिर में आकर माफी मांग लें तो वह उन्हें छोड़ देगा. मुक्ति धाम मुकाम मंदिर को बिश्नोई मंदिर भी कहा जाता है. बिश्नोई लोग रेगिस्तानी इलाकों के पेड़ों, वनस्पतियों और जानवरों की रक्षा करते हैं. पेड़ के संरक्षण के लिए जान का बलिदान देने जैसी बिश्नोई समाज की कहानियां भी मशहूर हैं. वे गुरु जमंबेश्वर के 29 नियमों का पालन करते हैं.


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